क्या धार्मिक कार्य्रकम में भी लोगो को साड़ी बाटने की जरूरत? जगद्गुरु शंकराचार्य स्वमी निश्चलानंद के सभा मे भीड़ जुटाने बांट रहे साड़ी भावना समाज सेवी संस्था है आयोजक

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“दीपक ठाकुर की रिपोर्ट”

कवर्धा। कबीरधाम जिला धर्म नगरी के नाम से जाना जाता है। यहां तक कि जिले को धर्म राजधानी भी कहा जाता है। लेकिन इस धर्मनगरी में धार्मिक कार्यक्रम में भीड़ जुटाने लालच का सहारा लिया जा रहा है।
जी हां रणवीरपुर में दो दिवसीय स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का विशाल धर्म सभा का आयोजन 10 फरवरी को आयोजित है। इसका आयोजन भावना समाज सेवी संस्थान द्वारा किया जा रहा है। लेकिन इस धार्मिक कार्यक्रम के लिए दर्जनों गांव में भीड़ जुटाने महिलाओं को साड़ी बाटी जा रही है। यह साड़ी वितरण लोगो मे चर्चा का विषय बना हुआ है। आखरी इस प्रकार के धार्मिक कार्यक्रम में साड़ी क्यो बाटी जा रही है। रणवीरपुर, बाजार चारभाठा, बीरेंद्र नगर सहित आस पास के दर्जनों गांव में साड़ी बाटी जा रही है। ताकि इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक भीड़ जुट पाए। रणवीरपुर सहित आप पास के लोगो का कहना है इस धर्मिक कार्यक्रम के बहाने शक्ति प्रदर्शन करने का प्रयास किया जा रहा है। यहां कपड़ा बाटकर धार्मिक प्रदूषण फैलाया जाने तक का आरोप लोग लगा रहे है।

कबीरधाम जिला धर्म नगरी के नाम से जाना जाता है। यहां तक कि जिले को धर्म राजधानी भी कहा जाता है। लेकिन इस धर्मनगरी में धार्मिक कार्यक्रम में भीड़ जुटाने लालच का सहारा लिया जा रहा है। जी हां रणवीरपुर में दो दिवसीय स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का विशाल धर्म सभा का आयोजन 10 फरवरी को आयोजित है। इसका आयोजन भावना समाज सेवी संस्थान द्वारा किया जा रहा है। लेकिन इस धार्मिक कार्यक्रम के लिए दर्जनों गांव में भीड़ जुटाने महिलाओं को साड़ी बाटी जा रही है। यह साड़ी वितरण लोगो मे चर्चा का विषय बना हुआ है। आखरी इस प्रकार के धार्मिक कार्यक्रम में साड़ी क्यो बाटी जा रही है। रणवीरपुर, बाजार चारभाठा, बीरेंद्र नगर सहित आस पास के दर्जनों गांव में साड़ी बाटी जा रही है। ताकि इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक भीड़ जुट पाए। रणवीरपुर सहित आप पास के लोगो का कहना है इस धर्मिक कार्यक्रम के बहाने शक्ति प्रदर्शन करने का प्रयास किया जा रहा है। यहां कपड़ा बाटकर धार्मिक प्रदूषण फैलाया जाने तक का आरोप लोग लगा रहे है।

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