मोबाइल ऐप से फर्जी नेशनल क्राइम ब्रांच ID कार्ड,बना कर लूटने वाले 7 आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा, NGO संचालक की तलाश
बिलासपुर । क्राइम ब्रांच के नाम पर लोगों से ठगी और लूट करने वाले गैंग का जिला पुलिस ने किया पर्दाफाश है। मामले में नाबालिग सहित 7 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। पकड़े गए आरोपियों ने मोबाइल ऐप के जरिए ‘नेशनल क्राइम ब्रांच’ की फर्जी ID बना रखी थी। जांच में पता चला है कि इस नाम की NGO रजिस्टर्ड है, जबकि नियमानुसार ऐसा नहीं हो सकता। पुलिस को अब NGO संचालक की तलाश है।जैकी कुमार ने 19 सितंबर को सरकंडा थाने में एफआईआर दर्ज कराया था। कि 18 सितंबर को ट्रक में गिट्टी लोड कर चिल्हाटी की ओर जा रहा था। तभी वह मोपका-चिल्हाटी मोड़ के पास पहुंचा था कि कुछ लड़कों ने जबरदस्ती ट्रक रुकवा लिया। फिर खुद को क्राइम ब्रांच का स्टाफ बताकर धमकी दी। आरोपियों ने अपने मोबाइल में ‘नेशनल क्राइम ब्रांच’ का ID कार्ड दिखाया, फिर गालियां देते हुए धक्कामुक्की कर 5 हजार रुपए की मांग करने लगे।
पुलिस ने बिलासपुर से 5, कोरबा से 2 को पकड़ा
पुलिस ने जांच शुरू की और मोपका निवासी रामप्रसाद ध्रुव, खमतराई निवासी दीपक ध्रुव, सरकंडा निवासी पुरुषोत्तम सिंह व अमित सिंह और एक नाबालिग को पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लगरा निवासी भीम कुमार पटेल और कोरबा के दीपका निवासी जनक दीवान ने मोबाइल लिंक से ऐप के जरिए ‘नेशनल क्राइम ब्रांच’ की ID तैयार की है। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने भीम और जनक को भी कोरबा से गिरफ्तार कर लिया।