ऊर्जाधानी संगठन के कृष्णा नगर इकाई कमेटी का हुआ गठन
“बीएन यादव की रिपोर्ट”
कोरबा। आज ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति की कृष्णा नगर दीपका वार्ड नंबर 7 में रेल कॉरिडोर से प्रभावित भूविस्थापित व परिवारों के साथ बैठक में चर्चा कर ऊर्जाधानी संगठन का कृष्णा नगर इकाई कमेटी का गठन संपन्न हुई ।
गेवरा पेंड्रा रेल कॉरिडोर से जोड़ी जाने वाली कृष्णा नगर दीपका के वार्ड नंबर 7 से 42 परिवारों की समस्त परिसंपत्तियों को रेलवे विभाग के द्वारा अर्जित किया जा चुका है रेलवे विभाग ने कृष्णा नगर दीपका के वार्ड नंबर 7 में रेल लाइन का काम शुरू हो गया है लेकिन 15 प्रभावित भूविस्थापित परिवारों की परिसंपत्तियों को अपूरक छोड़ दिया गया है उनका कहना है कि राज्य शासन व रेलवे के अधिकारी के द्वारा घर मकान परिसंपत्तियों का नापी सर्वे मूल्यांकन कर सूची तैयार की गई थी लेकिन सूची में उनके घर मकान का मुआवजा पत्रक मुआवजा आज पर्यंत तक नहीं दिया गया उन्होंने बताया कि लगभग दो-तीन सालों से रेलवे विभाग व जिला प्रशासन से गुहार लगाते लगाते थक चुके है लेकिन मुआवजा का भुगतान नहीं हुआ प्रभावितों को बेघर होने का डर सता रहा है ।
ऊर्जाधानी संगठन के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने जानकारी देते हुए बताया कि कृष्णा नगर दीपका के वार्ड नंबर 7 में प्रभावित भूविस्थापित परिवारों के साथ बैठक कर चर्चा किया गया चर्चा के दौरान प्रभावितों ने अपने मुआवगा संबंधित समस्या रखते हुए आंदोलन के लिए कमर कसने की बात कही गई वही मीडिया प्रभारी ललित महिलांगे ने कृष्णा नगर इकाई कमेटी का गठन प्रस्ताव रखा जिस पर ऊर्जाधानी संगठन के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप की सहमति पर कृष्णा नगर इकाई कमेटी गठन में सर्वसम्मति से
अध्यक्ष – फूलेन्द्र सिंह
उपाध्यक्ष – दयाराम सोनी
सचिव – सीमा देवी सोनी
कोषाध्यक्ष – शिवलाल साहू
सह सचिव – विद्याधर
सदस्यगण
अशोक साहू मोहम्मद इलाही राम अवतार सोनी बंसीलाल नाग अहिल्यादेवी शिवकुमारी गया बाई मीना देवी काशीनाथ शांति देवी गुरुवारी बाई मुन्नी सिंह दिपेश सोनी लखन सोनवानी तेजराम साहू पंपा साहू अंबिका साहू मुमताज इलाही शिवधारी विजय मेहता रेखा सोनी सरिता सोनी
कुलदीप ने सभी को बधाई देते हुए संघर्ष के लिए कमर कस लो क्योंकि बिना संघर्ष से अधिकार की प्राप्ति नहीं होती संघर्ष ही लक्ष्य व मंजिल की ओर ले जाते है ।
बैठक में दयाराम सोनी ने सभी का आभार व्यक्त किया ।
उमा गोपाल संतोष चौहान सुरेश कुमार प्रमुख रूप से उपस्थित रहे ।