कालिंदी इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग की छात्राओं ने खोला मोर्चा, अव्यवस्था को ले एसडीएम से मिले छात्र

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“नरेश भीमगंज की रिपोर्ट”

कांकेर। शहर में संचालित कालिंदी इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग की छात्राओं ने आज एक बार फिर संस्था में व्याप्त अव्यवस्था को लेकर कांकेर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है।शिकायत करने पहुंची करीब एक दर्जन छात्राओं ने मंगलवार को जिला प्रशासन को संस्थान की अव्यवस्था को लेकर बिंदुवार ज्ञापन सौंपा है, जिसमें छात्राओं ने बताया कि कालिंदी इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग में पढ़ाई के नाम पर भारी भरकम फीस लेकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किये जाने व जितनी फीस ली जा रही है उसके मुकाबले सुविधाएं नहीं दी जा रही है। जहां दुर्ग के देवादा में एक माह के मेंटल प्रशिक्षण के लिए यहां की 15 छात्राओं से 15-15 हजार रूपये लिये जाने के बाद पंद्रह दिन बाद ही छात्राओं को वापस बुलाये जाने को लेकर छात्राओं ने अपनी असहमति जतायी थी। देवादा से वापस आकर मंगलवार को यहां की छात्राओं का एक दल कलेक्टर से मिलने पहुंचा। एसडीएम से छात्राओं ने मुलाकात कर बिंदुवार अव्यवस्थाओं को लेकर लिखित ज्ञापन सौंपा है। छात्राओं का कहना है कि इंस्टीट्यूट में न योग्य शिक्षक हैं, न ही पर्याप्त कमरे हैं। *जिला अस्पताल में क्लीनिकल ड्यूटी व पढ़ाई पर लगायी रोक*जिला प्रशासन को सौंपे शिकायत में छात्राओं ने बताया कि मेंटल पोस्टिंग के नाम पर वर्ष 2021 से एक माह के पढ़ाई के लिए 15 हजार रूपये लिया गया था। जहां कॉलेज के डायरेक्टर शीला शर्मा ने दो सालों तक कोविड के नाम पर दिनांक पर दिनांक देती रही। द्वितीय वर्ष खत्म हो जाने के बाद भी मेंटल पोस्टिंग के लिए नहीं ले जाया गया। छात्राओं द्वारा तृतीय वर्ष की फीस का भुगतान नहीं करने पर जिला अस्पताल६ कांकेर में क्लीनिकल ड्यूटी व पढ़ाई पर रोक लगा दी है। *असुरक्षित भटकती रही छात्राएं, इधर जिम्मेदारों ने नहीं उठाया फोन*रात दस बजे देवादा में उतारा गया जबकि वहां ठहरने की व्यवस्था नहीं की गयी थी। कालिंदी इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के डायरेक्टर व प्रिंसिपल को कॉल करने पर किसी ने भी कॉल रिसीव नहीं किया। एक घंटे बाद पता चला कि दुर्ग पुलगांव में रूकना है। आधी रात तक छात्राएं सड़कों पर भटकती रही। जैसे तैसे करके एक ऑटो से वहां तक पहुँच पाये जोकि एक गम्भीर लापरवाही को प्रदर्शित करती है कि अनजान शहर में इस तरह से छात्रों को भटकना पड़ा।

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