जड़ी बूटी की लोकप्रियता अभी भी बरकरार
राजिम। राजिम माघी पुन्नी मेला में अनेक प्रकार की वस्तुएं बिकने के लिए आई हुई है। वहीं कांकेर जिला के जय राम विभिन्न प्रकार के जड़ी बुटियां बेच रहे हैं। उन्होने बताया राजिम मेला में प्रतिवर्ष आते हैं। इस बार 6 लोग विभिन्न प्रकार की जड़ी बुटी बेचने के लिए आए है। मेला में पहुंचे लोग भी जड़ी बुटी की पूछ परख करते नजर आ रहे है। जड़ी बुटी बेचने वाले भी प्रत्येक बुटियों का उपयोग बता रहे हैं। इसमे नाग गरूड़ जड़ी को लाल कपडे में घर के मुख्य दरवाजे पर बांध देनेे से सांप, छिपकली, चूहा, बिल्ली, कीड़े-मकोड़े नही आते हैै। हनुमान गरूड जड़ी को घर में रखने से जादू टोना नजर से बचाया जाता है। तेजराज जड़ी वात संबंधित दवाई है इसका उपयोग मरीजो को घीसकर खिलाया जाता है। शंकर जटा का उपयोग ताबीज के रूप में किया जाता है। जोगनी चंडी का उपयोग शुगर रोगी करते है। इसके साथ अन्य बीमारियो के लिए भी विभिन्न प्रकार की जड़ी बुटियां बिक रही है।