बेसुध पीएचई विभाग के अधिकारी कर्मचारी को पता नहीं कितने हैंडपंप बन्द
कवर्धा। जिले के पीएचई विभाग के अधिकारी बेसुध हो चुके है। जिले में कितने हैंडपंप बन्द पड़े है जिसकी मरम्मत करनी है यह डाटा ही उनके पास नही है। केवल अनुमान से ही हैंडपंप को बंद बता दे रहे है। दरसअल गर्मी के दिनों में जिले में हर वर्ष ग्रामीण व वनांचल में पानी की अधिक समस्या रही है। गर्मी लगते ही पानी के वाटर लेवल बहुत नीचे चले जाता है। इसके कारण अधिकतर हैंडपंप में पानी आना बंद हो जाता है। जिले में करीब 12 हजार से अधिक हैंडपंप है, लेकिन इन दिनों रोज हैंडपंप खराब हो रहे है। इसके बाद भी पीएचई के ब्लाक के अधिकारी एसडीओ को कितना हैंडपंप बन्द है इसकी जानकारी तक नही है और न ही ईई के कार्यालय में कितने हैंडपंप बंद है इसकी तक जानकारी नही है। दरसअल इसमें अधिकारियों की कमाई भी नही है। इसके कारण समय पर हैंडपंप सुधार करने कोई ध्यान नही देते है। वर्तमान में अधिकारियों का ध्यान केवल जल ग्रहण मिशन में काम करने में रुचि दिखा रहे है। इसी प्रकार वनांचल ग्राम कुई के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला स्कूल का हैंडपंप बन्द पड़ा है। जबकि इसकी शिकायत पंडरिया के पीएचई के एसडीओ को तक शिकायत कर चुके है, लेकिन हैंडपंप सुधारने कोई ध्यान नही दे रहे है। इसके कारण लोगो को अभी से पानी की समस्या हो रही है। लेकिन जिले में बैठे पीएचई विभाग के अधिकारी कोई ध्यान नही दे रहे है।