ग्रामीण विकास में पत्रकारिता की भूमिका विषय पर पत्रकारों ने रखी बात
”संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम । शहर के प्रतिष्ठित शासकीय राजीवलोचन महाविद्यालय के 50 वर्ष पूर्ण होने पर स्वर्ण जयंती वर्ष महोत्सव का आयोजन किया गया। इस मौके पर नगर के वरिष्ठ एवं कनिष्ठ सभी पत्रकारों को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकारों ने इस मौके पर महाविद्यालय के मासिक पत्रिका कमलक्षेत्र का डिजिटल विमोचन किया। जिसमें महीने भर की महाविद्यालय के गतिविधियों एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी गई है। 16 पेज में यह पत्रिका पूर्ण की गई है। कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ पत्रकार रमेश पहाड़िया ने अपने उद्बोधन में कहा कि सन् 1972 में रानी धर्मशाला में महाविद्यालय की स्थापना हुई उसके बाद 80 के दशक में शासकीय करण हुआ। यह क्षेत्र के लिए वरदान बनकर आया। कॉलेज खुलने के बाद क्षेत्र के छात्र-छात्राएं रायपुर जाने के बजाय यही उनको सुलभ शिक्षा मिला। आज महाविद्यालय का स्वरूप वृहद हो गया है। कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ पत्रकार रमेश चौधरी ने कहा कि महाविद्यालय को खुलवाने के लिए खूब मेहनत करना पड़ा तब कहीं खुल पाया। उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में रोजगार के आयाम पर भी अपनी बात रखें। पत्रकार संजीव दुबे ने कहा कि समाचार के लिए पत्रकार खूब मेहनत करता है तब कहीं वह एक न्यूज़ बना पाता है। समाचार सरल भाषा में होनी चाहिए ताकि आम जनता भी उन्हें सरलता के साथ पढ़ पाएं। विनोद जैन ने कहा कि अखबार जनसेवा के साथ रोजगार के साधन भी देते हैं सुबह लोग जैसे ही आंख खोलते हैं हमारे द्वारा दिया हुआ समाचार को वह बड़ी तन्मयता के साथ पढ़ता है इसलिए समाचार अच्छी एवं विश्वसनीय हो। लीलाराम साहू ने कहा कि लगातार क्षेत्र में काम करने से अधिमान्य पत्रकार की श्रेणी में सरकार रखते हैं और समय-समय पर सरकारी सहयोग भी प्रदान किया जाता है। संतोष कुमार सोनकर ने कहा कि जीत करो और दुनिया बदलो। इस उद्देश्य को लेकर काम करना चाहिए पत्रकारिता का भविष्य अत्यंत उज्जवल है। समाज में बदलाव लाने का काम पत्रकारिता ने तेजी के साथ किया है वह ताजी समाचार के साथ ही समाज की दशा और दिशा बदलने की ताकत देता है। तुकाराम कंसारी ने ग्रामीण विकास पर पत्रकारिता की भूमिका पर चर्चा करते हुए उदाहरण देकर पत्रकारिता को देश के लिए अत्यंत जरूरी बताते हुए लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताया। मनीष जैन ने कहा कि पत्रकारिता में कैरियर है इसमें आगे बढ़ता काम किया जा सकता है। विशेश्वर हिरवानी ने कहा कि पत्रकारिता के रास्ते में होने वाली कठिनाई रुकावट से घबराने की जरूरत नहीं है यह देश सेवा समाज सेवा का एक अच्छा माध्यम है। युवराज साहू, अश्वनी सिन्हा, प्रवीण कुमार साहू, मनीष दुबे, नीरज शर्मा आदि पत्रकारों ने भी अपनी बात रखी। इस मौके पर संपादक अजय कुमार देवांगन प्रमुख रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर उपस्थित सभी अतिथि पत्रकारों का स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया।
पत्रकार समाज को ताकत देते हैं: डॉ.सोनिता सत्संगी
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं शासकीय राजीवलोचन महाविद्यालय के प्राचार्य सोनिता सत्संगी ने कहा कि पत्रकारिता समाज को ताकत देने का काम करते हैं। आज हमारे महाविद्यालय एक साथ इतने पत्रकार को पाकर अत्यंत प्रसन्न है। महाविद्यालय में गतिविधियां होते हैं जिन्हें बराबर आप समाचार पत्रों में स्थान देकर यहां के छात्र छात्राओं का उत्साहवर्धन कर रहे हैं जिसके लिए हम सहृदय धन्यवाद प्रदान करते हैं। इस अवसर पर प्रो. डॉ.गोवर्धन यदु ने सारगर्भित भी अपनी बात रखी। प्रो. मोहनलाल वर्मा ने आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में एनसीसी अधिकारी ध्रुवा सर, डॉ संगीता झा, क्षमा शिल्पा मसीह, चित्रा खोटे, श्वेता खरे, राजेश बघेल, आकाश बाघमारे, मुकेश कुर्रे, देवेंद्र देवांगन, लोकेश कुमार, योगेश तारक, रितेश गोलछा सहित समेत बड़ी संख्या में कॉलेज के स्टाफ एवं छात्र छात्राएं मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. समीक्षा चंद्राकर ने किया।