मरवाही कांग्रेस ने मरवाही विधायक डॉ के के ध्रुव के नेतृत्व में मोदी सरकार के, खिलाफ राज्यपाल के नाम से तहसीलदार को सौपा ज्ञापन
जीपीएम। वर्तमान केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा राजनैतिक विद्वेषवश सत्ता के ताकत का दुरुपयोग करते हुए केंद्रीय एजेंसियों जैसे-प्रवर्तन निदेशालय, सी.बी.आई. आयकर सहित विभिन्न संवैधानिक संस्थाओं के माध्यम से प्रमुख विपक्षी दल के नेताओं के विरूद्ध असंवैधानिक रूप से दबावपूर्वक कार्यवाही करते हुए डराने व दबाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसका हम कांग्रेसजन कड़े शब्दों में विरोध करते है।*मरवाही विधायक डॉ के के ध्रुव जिलाध्यक्ष कांग्रेस मनोज गुप्ता के नेतृत्व में जिला पदाधिकारी, जिला कांग्रेस , युवक कांग्रेस, एन.एस.यू.आई समस्त मोर्चा प्रकोष्ठ, कांग्रेस कार्यकर्ताओं बड़ी संख्या उपस्थित थे। पिछले तीन दिनों से केन्द्र सरकार ने पार्टी पदाधिकारियों एवं वरिष्ठ नेताओं को कार्यालय में प्रवेश की अनुमति के बिना अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय को किले के रूप में बदल दिया है। पुलिस, नेताओं, कार्यकर्ताओं एवं पार्टी पदाधिकारियों के साथ बेरहमी के साथ मारपीट कर रही है। सत्य की इस लड़ाई के लिए सत्याग्रह, शांतिपूर्ण प्रदर्शन और एकजुटता को कुचलने के लिए केन्द्र सरकार क्रूरतापूर्वक बल का प्रयोग कर रही है, जिसका हम कड़ी निंदा करते है।*ज्ञापन के माध्यम से हम मांग करते है कि, देश में लोकतांत्रिक व प्रजातांत्रिक व्यवस्था को बनाये रखने हेतु इस प्रकार की दबावपूर्वक कार्यवाही पर रोक लगाये जाने तथा एआईसीसी मुख्यालय में घटित उक्त मामले को संज्ञान में लेकर प्रकरण पर हस्तक्षेप करते हुए केन्द्र सरकार को इस पर तत्काल रोक लगाये जाने हेतु समुचित निर्देश प्रदान करने का उल्लेख है।*कार्यक्रम में मुख रूप से*विधायक डॉ. के.के. ध्रुव , जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता, वरिष्ठ कांग्रेसी मोहन शुक्ला जनपद अध्यक्ष प्रताप मरावी, जनपद उपाध्यक्ष अजय राय, ब्लाक अध्यक्ष बेचूराम अहिरेश, जिला उपाध्यक्ष नारायण शर्मा, सांसद प्रतिनिधि राकेश मसीह, जिला सचिव हरीश राय, जिला प्रवक्ता वीरेंद्र सिंह बघेल, जिला सचिव राजेन्द्र ताम्रकार ब्लाक उपाध्यक्ष नारायण गुप्ता, प्रदेश सचिव महिला बून्द कुंवर मास्को, रेखा तिवारी, ममता पावेल, शांति मार्को, मालती वाकरे सुरेंद्र कंवर, हरि वाकरे दया, विशाल उरैती , मो.शमीम शेख,द्वारे लाल , जवाहर केवट, संजय गुप्ता मंजू, गेंदलाल सोनवानी, शंकर यादव, राजेन्द्र प्रजापति, संतोष केवट, अमृत रजक, आदि उपस्थित थे।