शौर्य चक्र विभूषित शहीद पूर्णानंद साहू के परिजनों का किया सम्मान महापौर हेमा सुदेश पहुंची उनके निवास मुख्यमंत्री से मिलकर समस्यायें हल कराने का दिया आश्वासन
उदय मिश्रा की रिपोर्ट
राजनांदगांव। महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों मरणोपरांत शौर्य चक्र से विभूषित सी.आर.पी.एफ. कोबरा कमांडो वीर शहीद पूर्णानंद साहू के माता-पिता सहित परिवार से उनके गांव जंगलपुर वि.ख. डोंगरगांव पहुंच कर मुलाकात करते हुए महापौर हेमा सुदेश देशमुख ने शहीद की माता उर्मिला बाई साहू व पिता लक्ष्मण साहू का शाल-श्रीफल से सम्मान किया एवं उनसे समस्यायें पूछीं। महापौर ने शहीद साहू की छोटी बहनों ओनिशा साहू व नीलेश्वरी साहू तथा छोटे भाई नीलेश कुमार साहू से भी वार्तालाप कर समस्याएं पूछीं। श्रीमती देशमुख ने नीलेश को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से छत्तीसगढ़ शासन के किसी भी विभाग में योग्यता अनुसार अनुकम्पा नियुक्ति दिलाने हेतु प्रयास करने की बात कहते हुए इस दिशा में पहल कर पत्राचार किये। महापौर देशमुख ने शहीद पूर्णानंद साहू की बहनों को कोरोनाकाल में दी गई सेवाओं पर धन्यवाद दिया। इनमें ओनिशा ने जहां पी.पी.ई. किट पहनकर कोविड के मरीजों की दिन-रात दुर्ग हास्पिटल में सेवा की, वहीं राजनांदगांव जिले के छुरिया क्षेत्र में गांव-गांव जाकर लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का काम किया। वहीं कु. नीलेश्वरी साहू ने घर में बड़ी संख्या में मॉस्क सिलकर इस शहर की समूहों को दिया। मूलतः कृषक -मजदूर परिवार में जन्में पूर्णानंद साहू की वीरता की चर्चा आज पूरे राष्ट्र में हो रही है। इससे नगर निगम परिवार भी गौरवान्वित है।उदय मिश्रा, राजनांदगांव।