विधायक अजय चंद्राकर ग्रामीणों की समस्याओं से रूबरू हो कर,प्रदेश सरकार की कमजोरियों को जन-जन तक पहुंचा रहे है
कुरूद। भाजपा राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा क्षेत्रीय विधायक अजय चंद्राकर लगातार विधानसभा क्षेत्र कुरूद के ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे पर हैं प्रतिदिन चंद्राकर 6 से 7 गांवों का दौरा कर ग्रामीणों की समस्याओं से रूबरू हो रहे हैं साथ ही पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर संगठन की मजबूती के लिए कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने के साथ-साथ प्रदेश सरकार की कमजोरियों को जन-जन तक पहुंचाने का आग्रह भी किया जा रहा है।
क्षेत्रीय विधायक चंद्राकर क्षेत्र के ग्राम सरबदा, जीजामगांव मुल्ले, कल्ले, गातापार, कोडेबोड, दरबा के दौरे पर रहते हुए वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से मृत्त हुए लोगों के परिवारों से मिलकर ढांढस बंधाया और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार अभी कुर्सी दौड़ में लगी है इस सरकार को प्रदेश की जनता की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है इसलिए आज प्रदेश लगातार पिछडता जा रहा है पर सरकार के मुखिया अपनी कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं हम सभी भाजपा के कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर फिर से प्रदेश में सरकार बनानी है ताकि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ छत्तीसगढ़ के आम जनमानस को मिल सके यह प्रदेश की सरकार केंद्र की योजनाओं का का लाभ प्रदेश की जनता को नहीं दे रही है उल्टा अपना श्रेय लेने का कार्य किया जा रहा है इसलिए ऐसी सरकार को बदलने के लिए हम सभी को एकजुट होकर पार्टी की मजबूती के लिए कार्य करना होगा।
विधायक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार आज 20 अक्टूबर को 11 बजे कठौली 11:30 बजे मौरी कला 12 बजे कोकड़ी 12.30 बजे नारी 1 बजे चारभाठा 1.30 बजे गुदगुदा तथा 2 बजे सिरसिदा के प्रवास पर रहेंगे। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष पुष्पेंद्र साहू गौकरण साहू भानु चंद्राकर कोडेबोड रमेश भटपहरी रामचंद देवांगन आशा रात्रे गतापार धनंजय ध्रुव नेमीचन्द डाहरे पदमण साहू कल्ले अनन्य अग्रवाल ओमकार गोयल भीम यादव मुल्ले प्रवीण मोरखे भुनेश्वर निर्मलकर अरविंद मारकंडे जयंत कुर्रे जामगांव आनद गांधी शुभम बघेल देवचंरण चंद्राकर शेषनारायण साहू सरबदा चैतन्य गीरी नर्सिंग साहू कामिनी नर्मदा साहू सुरेश कुमार दरबा चंचल साहू गुलशन साहू सहित बड़ी संख्या में भाजपा के विभिन्न मोर्चा प्रकोष्ठों के पदाधिकारी कार्यकर्ता मौजुद थे।