राज्योत्सव में शामिल नहीं हुए विधायक शैलेष पांडेय, मंडावी को बनाए गए मुख्य अतिथि
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कांग्रेस की गुटबाजी एक बार फिर से सामने आई है। राज्योत्सव के आयोजन में जहां एक खेमे के नेता व पदाधिकारी मौजूद रहे। वहीं दूसरी तरफ सत्ता पक्ष के ही विधायक व संगठन के पदाधिकारियों ने दूरियां बनाए रखीं। राज्योत्सव के इस आयोजन में जिले के बजाए दूसरे जिले के नेता को अतिथि बनाने को लेकर भी चर्चा होती रही। पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस की राजनीति में खेमेबाजी का रार फिर से ऊभर कर सामने आया है। यही कारण है कि शहर विधायक शैलेष पांडेय इन दिनों बिलासपुर में कम और रायपुर व दिल्ली में ज्यादा डटे हुए हैं। सोमवार को हुए राज्योत्सव के आयोजन में जिला प्रशासन ने सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष के नेताओं व जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया था। शासन ने इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मोहला मानपुर विधायक व संसदीय सचिव इन्द्रशाह मंडावी को बनाया था।
कार्यक्रम में शहर विधायक शैलेष पांडेय को बतौर अतिथि शामिल होना था। लेकिन, विधायक पांडेय ने इस कार्यक्रम से पूरी तरह दूरियां बना ली। हालांकि, अचानक शाम को उनके रायपुर प्रवास पर जाने की बात सामने आई। जबकि, दोपहर से लेकर शाम तक विधायक पांडेय संसदीय सचिव मंडावी के साथ रहे थे। इस आयोजन में पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, महापौर रामशरण यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण चौहान, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रमोद नायक समेत कांग्रेस नेता मौजूद रहे। वहीं विधायक पांडेय समेत उनके करीबी संगठन पदाधिकारी व नेता नदारद रहे। हाल ही में सिविल लाइन थाने में कांग्रेस नेता अकबर खान के गाली-गलौज करने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद माहौल गरमा गया है। विधायक समर्थकों ने इस मामले में SP से शिकायत करते हुए अकबर खान के खिलाफ अपराध दर्ज तक करा दिया है। विधायक शैलेष पांडेय के करीबी व युवक कांग्रेस के प्रदेश सचिव आशीष मोनू अवस्थी ने अकबर खान के खिलाफ FIR दर्ज कराया है। इससे दोनों खेमों में टकराव की स्थिति बन गई है। दूसरा खेमा अंदरूनी तौर पर अकबर खान के बचाव में ताकत झोंकने लगा है। हालांकि, संगठन ने नाराजगी दूर करने के लिए जांच कमेटी बनाई है। अब इस समिति की रिपोर्ट व कार्रवाई पर नजरें टिकी हुई है। ऐसे में राज्योत्सव के आयोजन में विधायक शैलेष पांडेय व उनके समर्थकों की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बना रहा है।