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Chhattisgarh

तौल का अधिक धान किसानों को किया जा रहा है वापस

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“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”

राजिम । प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति बेलटुकरी, धान उपार्जन केंद्र बेलटुकरी में 1 दिसम्बर 2021 से 21 दिसम्बर 2021 तक करीब 24 हजार क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य में धान खरीदी हुई थी। जिसमे से 15 हजार क्विंटल धान का परिवहन हुआ जिसका राइस मिलर्स द्वारा उठाव किया गया। अनुविभागीय अधिकारी (रा) अविनाश भोई के निर्देश पर सहकारिता, खाद्य और नाप तौल विभाग के अधिकारियों, किसान तथा जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में स्टेक लगे बोरों की जांच की गई तथा अधिक धान तौल होना पाया गया तथा फड़ प्रभारी खेलावन साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। पीड़ित किसान अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के सचिव तेजराम विद्रोही के नेतृत्व में गुरुवार 23 दिसम्बर से धान वापस करने और जिम्मेदार फड़ प्रभारी खेलावन साहू को बर्खास्त करने की मांग को लेकर खरीदी केंद्र के मुख्य द्वार पर अनिश्चित कालीन धरना दे रहे थे और धान उठाव रोक रखे थे। धरना के पांचवे दिन अनुविभागीय अधिकारी अविनाश भोई के मार्गदर्शन में सहायक पंजीयक अवधेश कुमार मिश्रा, जिला नोडल अधिकारी अविनाश शर्मा, खाद्य निरीक्षक श्रीमती सोनाली ठाकुर, सहकारिता अधिकारी मोहित गरड़िया, जिला सहकारी बैंक प्रबंधक बी आर ध्रुव, नोडल कोमल राम साहू द्वारा जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू के विशेष उपस्थिति में किसान नेता तेजराम विद्रोही और धरनारत किसानों के बीच बैठक कर अधिकारियों ने किसानों की मांगों को मानते हुए 22 स्टेक के तौल के औसत के अनुसार 226 ग्राम प्रति बोरा की दर से 140 क्विंटल धान 1 दिसम्बर से 20 दिसम्बर तक धान विक्रय किए किसानों को 12 जनवरी 2022 तक वापस करने का निर्णय लिया और धरना समाप्ति की घोषणा की। किसान नेता तेजराम विद्रोही ने बताया कि फड़ प्रभारी खेलावन साहू द्वारा तौल मशीन में छेड़खानी कर धान खरीदी केंद्र बेलटुकरी में किसानों से अधिक तौल कर धान लिया गया था। 1 से 20 दिसम्बर 2021 तक खरीदी गए 22 स्टेक लगे धान की जांच की गई और अधिकारियों की जांच प्रतिवेदन के आधार पर औसतन 226 ग्राम प्रति बोरा यानि कि 560 ग्राम प्रति क्विंटल अतिरिक्त धान तौल होना निर्धारित हुआ है। शनिवार को किरवई, भैंसातरा और रविवार को बेलटुकरी, लफंदी के किसानों को धान वापस किया गया है जो किसान व्यस्त रहने की वजह नहीं आ पाए हैं वे अगले सप्ताह की शनिवार और रविवार को धान वापस ले जा सकते हैं।

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