जमीन का फर्जी दस्तावेज दिखाकर मां-बेटे ने रिटायर्ड पुलिस अधिकारी से ठगे 27 लाख रुपये,थाने में मामला दर्ज
”संजय चौबे”
भाटापारा/रायपुर। मां-बेटे के द्वारा जमीन के दस्तावेज में फेरबदल कर एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी से 27 लाख रुपये ठगी कर लिया। घटना की रिपोर्ट भाटापारा थाने में दर्ज कराई गई है। घटना की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420,120B,34 भादवि का अपराध घटित करना पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक राजकुमार ललवानी उम्र 64 साल निवासी रायपुर ने 18.05.2022 को थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि राहुल अग्रवाल एवं इसी मां कांता अग्रवाल निवासी बलौदाबाजार भाटापारा शहर थाना क्षेत्र मे स्थित महाशती वार्ड का भूखण्ड क्रमाक 119 सीट नं.8 क्षेत्रफल 2250 वर्गफुट भूमि का इकरारनामा कर 27 लाख प्राप्त कर जमीन का दस्तावेज मे फेर बदल कर अपराधिक षडयंत्र एवं धोखधडी कर प्रार्थी से ठगी किया। प्रार्थी ने आरोप लगाया है कि राहुल अग्रवाल उसके पिता नारायण अग्रवाल एवं उसकी माता कांता अग्रवाल द्वारा आपराधिक षडयंत्र कर प्रार्थी को कुटरचित दस्तावेज तैयार कर भाटापारा शहर थाने क्षेत्र मे स्थित भूखण्ड क्रमांक 119 कुल क्षेत्रफल 2250 वर्गफीट परिवर्तित भूमि केा विक्रय करने के लिए संपर्क किया। साथ ही आरोपियों ने रजिस्टर्ड वसीयतनामा 30.12.1998 को रजिस्टर्ड वसीयतनामा अपनी दादी श्रीमती द्रौपती बाई पति गिरधारी लाल अग्रवाल के आधार पर भूमि उसके नाम शासकीय रिकार्ड परिवर्तित संधारण (मेंटनेस ) खसरा व पटवारी का नकल खसरा भी दिखाया था। प्रार्थी को जमीन खरीदना था तथा राहुल अग्रवाल तथा शासकीय रिकार्ड पर विश्वास कर 2250 वर्ग फीट को 1900 रूपये प्रति वर्गफीट के हिसाब से जमीन क्रय करने का सौदा पक्का हुआ।जिसके लिए जमीन इकरारनामा के अनुसार 800000(आठ लाख रूपये)एसबीआई. 20.12.2021 आरटीजीएस.SBINR52021122057682110 के माध्यम से राहुल अग्रवाल को भुगतान किया था। एवं उसी दिन भाटापारा स्थित राहुल अग्रवाल एवं उसकी माता जी कांता अग्रवाल दोनो को उक्त जमीन को क्रय करने के लिए 120000(बारह लाख रूपये ) नगद बयाना के तौर पर गवाहों के समक्ष दिया।इसके अलावा भूमि बची शेष राशि में से 05 लाल रूपये 04.01.2022 को एसबीआई आरटीजीएस एवं 02 लाख रूपये दिनांक 15.01.2022 को एस.बी.आई रायपुर के मेरे उक्त अकाउंट से ही RTGS के माध्यम से दिया। इकरारनामा के अनुसार 03 माह के अंदर उक्त भूमि की रजिस्ट्री कराना था लेकिन कई बार संपर्क करने के बावजूद भी राहुल अग्रवाल भूमि का मूल दस्तावेज खो गया है कहकर गुमराह करते रहा।मिलते ही रजिस्ट्री कराने का आश्वासन देते हुए हीला हवाला करते रहा और भूमि की रजिस्ट्री नही करायी। तब प्रार्थी को पता चला कि शासकीय रिकार्ड मे उक्त भूमि राहुल अग्रवाल के पिता नारायण प्रसाद अग्रवाल के नाम दर्ज हो गयी है। इस प्रकार राहुल अग्रवाल एवं उसकी मां कांता अग्रवाल ने सदोष लाभ प्राप्त करने हेतु आपराधिक षडयंत्र कर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर भूमि विक्रय करने का सौदा कर 27 लाख रूपये प्राप्त ठगी कर जमीन की रजिस्ट्री नही कराया।