नवरात्र के लिए माता का दरबार सजकर हुआ तैयार,पदयात्रियों के लिए पंडालो में रहेगी विशेष व्यवस्था
दुर्ग। चैत्र नवरात्र पर्व दो अप्रैल से शुरू हो रहा है। पिछले दो साल से कोरानाकाल की वजह से सामान्य स्थिति में लोगों को वासंतेय नवरात्र मनाने का सुअवसर मिला है। छत्तीसगढ़ में बंम्लेश्वरी मंदिर, दंतेश्वरी मंदिर,महामाया मंदिर, अंगारमोती माता मंदिर, खल्लारी माता मंदिर, बुढ़ीदाई,चंद्रहासिनी माता मंदिर, बिलाई माता मंदिर एवं राजनांदगांव में माता पतालभैरवी समेत सभी देवी मंदिरों में भक्तिमय माहौल बन गया है। देवी मंदिरों में माता के दर्शन के लिए हजारों लाखों की संख्या में आने वाले भक्तों को मूलभूत सुविधाएं मिलें, इसके लिए शासन-प्रशासन स्तर पर बेहतर प्रबंध किये जा रहे है। माता बमलेश्वरी के दर्शन के लिए डोंगरगढ़ जाने वाले पद यात्रियों के लिए रायपुर से दुर्ग राजनांदगांव सहित माता बंम्लेश्वरी दरबार तक जगह जगह श्रद्धालुओं के लिए पंडाल बनाया गया है। पंडालों में पद यात्रियों के लिए निशुल्क पुड़ी सब्जी,पानी,फल तथा दवाई रखा गया है।
चैत नवरात्रि दो अप्रैल से प्रारंभ होकर दस अप्रैल तक चलेगा। नवरात्रि को लेकर मंदिर में तैयारी जोरों पर चल रही है। जिससे श्रद्धालुओं को पूजा, अर्चना एवं दर्शन करने में किसी तरह के परेशानी नहीं हो। मंदिर में श्रद्धालुओं को विशेष ख्याल रखा जाएगा।
पदयात्रियों के लिये मार्ग आरक्षण
राष्ट्रीय राजमार्ग के बायां भाग पूर्णतया पदयात्रियों के लिये आरक्षित किया गया है तथा दोनो तरफ के वाहनो का आवागमन राजमार्ग के दाहिने भाग पर संचालित किया गया है। वाहनो की गति को नियंत्रित करने के लिये कमशः देवादा, टेडेसरा, इंदावानी, सोमनी, मनकी, सुंदरा में अस्थायी गति अवरोधक बनाये तथा धीरे चले, गति सीमा, ओव्हरटेक न करें आदि सड़क संकेत पर्याप्त मात्रा में सड़क के दोनो ओर लगाये गए है।
प्रकाश व्यवस्था
अंजोरा से लेकर राजनांदगांव तक पदयात्री मार्ग में अस्थायी प्रकाश व्यवस्था की गई है।
अस्थायी स्पीड ब्रेकर का निर्माण
राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की गति को नियंत्रित करने के लिये देवादा, टेडेसरा, इंदावानी तिराहा, सोमनी, ठाकुरटोला, मनकी, सुंदरा में अस्थायी स्पीड ब्रेकर का निर्माण कराया गया है।
पुलिस पेट्रोलिंग
राजमार्ग के दोनो ओर पुलिस पेट्रोलिंग (वाहन) लगाया जाकर पी.ए.सिस्टम के माध्यम से पदयात्रियों को निर्धारित मार्ग पर चलने सड़क के मध्य बैठने अथवा विश्राम न करने विश्राम पंडाल में ही विश्राम करने संबंधी निर्देश लगातार दिये जाएंगे। इसी तरह वाहनो को भी गति नियंत्रण एवं सुरक्षित वाहन चालन संबंधी निर्देश लगातार दिये जा रहे है।