बस स्टैंड पर आवागमन को व्यवस्थित करने ट्रैफिक पुलिस की आवश्यकता

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राजिम 13 सितंबर। शहर के बस स्टैंड पंडित सुंदरलाल शर्मा चौक में यातायात का दबाव चौबीसों घंटे बना रहता है सबसे ज्यादा राजधानी रायपुर एवं नवापारा शहर से होते हुए गरियाबंद रोड की ओर जाने वाले रास्ते में बना रहता है। जिससे ट्रैफिक पुलिस की आवश्यकता महसूस की जा रही है। बता दे की राजिम में जिस गति से यातायात का दबाव बना रहता है। उस दृष्टिकोण से देखें तो चारों और सुबह से लेकर देर रात तक भर भर गाड़ियों की आवाजें तथा सरपट दौड़ती हुई बाइक पैदल या साइकिल यात्री को ठहरने के लिए मजबूर कर देती है। पंडित सुंदरलाल शर्मा चौक में चारों ओर से हमेशा आवागमन बना रहता है। इनमें जिला मुख्यालय गरियाबंद, देवभोग मैनपुर, कोपरा, पांडुका, छुरा आदि के लिए दिन भर बस के अलावा छोटी बड़ी अनेक गाड़ियां चलती है तथा जिला जाने वाले अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि तक इसी मार्ग से गुजरते हैं। तथा महासमुंद और ब्लॉक मुख्यालय फिंगेश्वर के लिए लोग बड़ी संख्या में आना जाना करते हैं जिसमें लोडिंग व अनलोडिंग गाड़ियां तेजी से दौड़ती है इसके अलावा राजीव लोचन मंदिर के लिए भी दर्शनार्थी बड़ी संख्या में आते हैं। चारों तरफ जाने वाले यात्री बस स्टैंड से होकर ही गंतव्य की ओर प्रस्थान करते हैं। इस व्यस्ततम मार्ग पर हालांकि पुलिस बल तैनात रहते हैं लेकिन ट्रैफिक पुलिस नहीं होने के कारण लोग तितर-बितर चलते रहते हैं। कई बार तो शॉर्टकट के चक्कर में लोग रांग साइट पर ड्राइविंग करते हैं इससे कभी भी दुर्घटनाएं होने का डर बना रहता है। शाम को 4:00 बजे तथा सुबह 10:00 बजे स्कूली बच्चों के आने-जाने के समय बस स्टैंड पर भीड़ इस कदर बढ़ जाती है की थोड़ी सी भी चूक हुई तो दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता। बड़ी सावधानी से संभलकर चलना पड़ता है। इन परिस्थितियों में ट्रैफिक को व्यवस्थित करना बहुत जरूरी हो जाता है। कई बार देखा गया है जनप्रतिनिधि के आने तथा गाड़ियों के सायरन बजने पर ही वहां तैनात पुलिस बल एक्टिव मोड़ पर आते हैं बाकी समय ध्यान नहीं दिया जाता। यदि ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था कर दिया जाए तो यातायात को व्यवस्थित करेंगे इससे ट्रैफिक नियमों की जानकारी भी मिलेगी और तो और दूर-दूर तक दुर्घटनाएं नहीं होगी। इनके अलावा राजिम पुल तथा चौबेबांधा के पास भी आवागमन का दबाव बना रहता है यहां पर दोनों ओर से स्पीड ब्रेकर बना दिया जाए तो गाड़ी की रफ्तार कम होगी तथा आने जाने में लोगों को दिक्कत नहीं होगी। गरियाबंद से राजिम पहुंच के लिए राहगीर तेज रफ्तार के साथ आगे बढ़ते हैं लेकिन इस बीच चौबेबांधा मोड़ जो सीधे धमतरी जिला को जोड़ती है इस मार्ग के राहगीरों को संभल कर चलना पड़ता है यदि दाया बाया नहीं देखे तो बड़ी दिक्कत हो जाती है यहां भी यातायात को व्यवस्थित करने की अत्यंत जरूरत है। इसके अलावा शिवाजी चौक पर शाम के समय सबसे ज्यादा भीड़ बढ़ जाती हैं। बताते हैं कि सुबह से भीड़ लगी रहती है जो शाम को एक तरफा बढ़ जाती है। उल्लेखनीय है कि शहर में जिस ढंग से आवागमन का दबाव बढ़ता जा रहा है उस रेश्यो से बाईपास रोड की मांग तेजी से उठ रही है और यह वर्तमान समय की जरूरत भी है। इनके अलावा राजिम को जिला बनाने की मांग भी तेज हो गई है। बढ़ रहे शहरीकरण आवश्यकता की पूर्ति के लिए विकल्प खोज रहे हैं लेकिन प्रशासन शहर के विकास के नाम पर कोई विशेष काम नहीं कर रही है जिसकी चर्चा चौक चौराहों पर तेजी के साथ हो रही है।
”संतोष सोनकर मंडल की रिपोर्ट”

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