तलवारों और बंदूकों के साथ खुलेआम प्रदर्शन पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती
रायपुर। पूर्व मंत्री और रायपुर दक्षिण के वरिष्ठ भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने राजधानी में खुलेआम हथियारों के साथ प्रदर्शन पर कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि कांग्रेस सरकार राजधानी में तालिबानी संस्कृति लाने पर तुली हुई है। राजधानी में हथियारों के प्रदर्शन के साथ जुलूस बिना पुलिस के संरक्षण के निकल नहीं सकता है।श्री अग्रवाल ने जारी बयान में कहा कि तलवार और पिस्टल्स के साथ खुले आम प्रदर्शन के वीडियो वायरल होने के बाद भी पुलिस को कार्रवाई करने में हफ्तेभर का समय लग गया। उन्होने कहा कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद राजधानी में हर सप्ताह हथियारों के साथ जुलूस निकलना शुरु हो गया है। हथियारों के साथ प्रदर्शन के वीडियों पिछले 3 सालों से अलग-अलग समय पर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंच रहे हैं, ऐसे प्रदर्शनों का मकसद राजधानी के शांतिप्रिय नागरिकों के मन में भय पैदा कर आंतक का माहौल तैयार करना है।उन्होने आरोप लगाया कि ऐसे प्रदर्शन सोची समझी रणनीति के तहत राजनीतिक संरक्षण में किए जा रहे हैं। उन्होने पूछा कि कांग्रेस सरकार के आने के बाद ही गुण्डे बदमाशों के हौसले क्यों बुलंद होते हैं। आखिर प्रदर्शनकारियों तक ऐसे घातक हथियार कैसे पहुंच रहे हैं, पुलिस शहर मे बढ़ती चाकूबाजी, गोलीबारी और सूखे नशे के कारोबार को रोकने में क्यों नाकाम साबित हो रही है।श्री अग्रवाल ने कहा कि राजधानी की गली-गली में हथियार और सूखे नशे आसानी से मिल रहे हैं। नशे में धुत्त युवा अपराधों को अंजाम दे रहे हैं और धार्मिक जुलूसों में खुले आम हथियारों के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होने पूछा कि यदि कोई अप्रिय घटना होती है, तो इसकी जिम्मेदारी किस पर होगी।