लोगों को उम्मीद राजिम को जिला बनाकर प्रयाग नगरी का मान बढ़ाएंगी भूपेश सरकार
“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम। विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आने की खबर जैसे ही लगी है। चर्चा का माहौल गर्म हो गया है कि निहायत ही इस बार मुख्यमंत्री का आना कोई बड़ी सौगात मिलने की उम्मीद को पुख्ता कर रही है। लोग उम्मीद लगा कर बैठे हुए हैं कि राजिम को जिला बना कर संत कवि पवन दीवान के सपनों को सकार करेगी। छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए संघर्ष करने वाले संत कवि पवन दीवान ने अपने जीवन काल में तीन सपने संजो कर रखे थे जिनमें पहला छत्तीसगढ़ राज्य बने। इसके लिए उन्होंने खूब मेहनत भी की यहां तक कि आमरण अनशन से लेकर सड़क की लड़ाई लड़े। 1 नवंबर सन 2000 को छत्तीसगढ़ राज्य अस्तित्व में आया और इस तरह से उनका यह सपना पूरा हो गया। उन्होंने दूसरा सपना माता कौशल्या की जन्मभूमि चंद्रखुरी को विकसित करने की थी। वर्तमान में प्रदेश की कांग्रेस सरकार माता कौशल्या की नगरी को संवारने के लिए करोड़ों रुपया खर्चा कर विकसित कर रही है। भूपेश बघेल का यह कार्य पूरे छत्तीसगढ़ को खूब पसंद आ रहा है। उनका तीसरा सपना राजिम को जिला बनाने का था। इसके लिए उन्होंने प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी के पास बात रखी तब उन्होंने कहा था कि जब नए जिले का गठन होगा तब राजिम और नवापारा को मिलाकर जिला बना दिया जाएगा। सन् 2003 में सत्ता परिवर्तन हुआ और भाजपा की सरकार प्रदेश में बैठ गई। 15 सालों के बाद पुन: सन् 2018 में कांग्रेस के भूपेश बघेल सरकार आई तब राजिम क्षेत्र के लोगों को उम्मीद जगी है कि अब राजिम जिला बनेगा। इस बार यहां की जनता को पूरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजिम को जिला बनाकर प्रयाग नगरी का मान अवश्य बढ़ाएगी। गौरतलब हो कि राजिम नगरी देश के प्रतिष्ठित धर्म नगरी के नाम से जाना जाता है यहां प्रसिद्ध राजीवलोचन मंदिर भगवान विष्णु का है तथा कुलेश्वरनाथ महादेव का मंदिर तीन नदी के संगम पर बसा हुआ है। इसलिए इसे हरि और हर की नगरी कहा जाता है। जिस तरह से गया, काशी, कांची, अवंतिका आदि धर्म क्षेत्रों में अस्थि विसर्जन होते हैं उसी तरह से यहां भी अपने पितरों के मुक्ति के लिए अस्थि विसर्जन, स्नान, दान आदि कृत्य किया जाता है।नदी के दो पाट में दो शहरसोंढ़ूर, पैरी एवं महानदी के संगम के दोनों तट पर दो शहर राजिम और नवापारा स्थित है। राजिम गरियाबंद जिला में आता है तथा नवापारा रायपुर जिला का अंग है। दोनों तहसील मुख्यालय है। इसके अलावा दोनों व्यापारिक नगरी है। दोनों शहर में से एक नगर पालिका तथा दूसरा नगर पंचायत है। नवापारा अभनपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं जहां से कांग्रेसी विधायक धनेंद्र साहू एवं राजिम से अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्यामाचरण शुक्ला के सुपुत्र अमितेश शुक्ला विधायक है। दोनों विधायक छत्तीसगढ़ राज्य बने तब कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। दोनों कद्दावर नेता है। यदि राजिम जिला बन जाता है तो इन दोनों अपना अलग स्थान होगा। झांकी बताना जरूरी है कि पिछले लोकसभा चुनाव में धनेंद्र साहू महासमुंद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके है।पूर्व मुख्यमंत्रियों के निर्वाचन क्षेत्र बन चुके हैं जिलाछत्तीसगढ़ प्रदेश में 17 नए जिले अस्तित्व में आ चुके हैं जब राज्य बना तब मात्र 16 जिले थे परंतु आप 33 जिला अस्तित्व में आ चुके हैं इनमें पूर्व मुख्यमंत्री निर्वाचन क्षेत्र जिला बन चुके हैं जिनमें से अजीत जोगी के निर्वाचन क्षेत्र मरवाही जिला बन गया है। तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह का खैरागढ़ इसी वर्ष जिला बने हैं। इन सब को जिला बनाने में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भागीरथी प्रयास किया है इसी तरह से राजिम को जिला बनाकर जनता की मांग को अवश्य पूरी करेंगे ऐसी उम्मीद लगाकर यहां की जनता भूपेश बघेल के आने का इंतजार बेसब्री से कर रहे हैं।कब आएंगे मुख्यमंत्री विधानसभा वार दौरा के मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजिम विधानसभा में 13 से 15 तारीख तक आ सकते हैं इसके लिए जिले के जिम्मेदार अधिकारियों की बैठकर भी संपन्न हो चुकी है। उनके आने की तैयारियां भी हो रही है परंतु कौन से गांव पर वहां आएंगे और कब तथा कितने समय उपस्थित होंगे अभी तक जानकारी नहीं मिल पाई है।