सकारात्मक विचार से अच्छे वातावरण निर्मित होता है: पंडित देवेंद्र तिवारी
राजिम। कर्म का फल निश्चित है अच्छे कर्म का फल अच्छा तथा बुरे का बुरा ही मिलता है फिर हम जानकर अनजान क्यों हो जाते हैं भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में यही बात कही है। उक्त बातें शहर के वार्ड क्रमांक 15 मां शारदा वार्ड नवाडीह में श्रीमद्भागवत महापुराण के अंतिम दिन गीता वाचन के दौरान भगवताचार्य पंडित देवेंद्र तिवारी ने कही। उन्होंने कहा कि महाभारत युद्ध आरंभ होने के ठीक पहले भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को उपदेश दिया वह श्रीमद्भागवत गीता के नाम से प्रसिद्ध है यह महाभारत के भीष्मपर्व का अंग है गीता में कुल 18 अध्याय और 700 श्लोक है।गीता की गणना प्रस्थानत्रयी मैं की जाती है जिसमें उपनिषद और ब्रह्म सूत्र भी सम्मिलित है। अतः भारतीय परंपरा के अनुसार गीता का स्थान वही है जो उपनिषद और धर्म सूत्रों का है उपनिषदों को गौ (गाय) और गीता को उसका दुग्ध कहा गया है। महाभारत के युद्ध के समय जब अर्जुन युद्ध करने से मना करते हैं तब कृष्ण उन्हें उपदेश देते हैं और कर्म व धर्म के सच्चे ज्ञान से अवगत कराते हैं। 18 अध्याय के अलग-अलग नाम है। यह प्रातः स्मरणीय है। मनुष्य को अच्छे कर्म के लिए घर परिवार गांव शहर सभी जगह अच्छा माहौल बनाने का प्रयत्न करना चाहिए क्योंकि व्यक्ति परिवेश के अनुसार ढलता है। अच्छी संगति मिलने पर उनका व्यवहार बदल जाता है। सोच का दायरा विकसित होता है। बच्चों को अच्छे संस्कार दीजिए यह तब संभव है जब हम घर में सकारात्मक विचार लेकर अपने बच्चों के लिए अच्छे वातावरण प्रदान करें। मानव का विकास और उत्थान देशकाल एवं वातावरण तथा परिस्थिति के ऊपर निर्भर करता है समय अपने हिसाब से आगे बढ़ते हुए जा रहा है उनके साथ में चलने के लिए जिस तरह घड़ी टिक टिक आवाज के साथ लगातार आगे बढ़ती जाती है ठीक उसी भांति भी हमको चरामेति चरामेति के अनुसार चलते रहना चाहिए मंजिल अवश्य मिलेगी। रविवार को तुलसी वर्षा एवं शोभा यात्रा का कार्यक्रम संपन्न हुआ। गीता पाठ के बाद कपिला तर्पण हुआ। इस मौके पर नगर पंचायत उपाध्यक्ष प्रतिनिधि कुलेश्वर साहू, सभापति पुष्पा गोस्वामी, मदन साहू, मोहन साहू, संतराम साहू, गुलाब चंद साहू, जोहतू साहू, गोपाल साहू, कुमार साहू, चेतन साहू, मनसा साहू, गोवर्धन साहू, गजेंद्र साहू, जेठू राम साहू, रेखा साहू, उत्तरा साहू, विमला साहू, मनीषा साहू, शांति साहू आदि उपस्थित थे।