गणेशोत्सव की तैयारियां जोरों पर गढ़े जा रहे मिट्टी की मूर्तियां, मात्र चार फीट तक के ही बना रहे मूर्तिकार मूर्तियां
राजिम । कोरोना का स्तर कम होने के कारण सावधानी के साथ जिला प्रशासन के गाइडलाइन का पालन करते हुए गणेश उत्सव की तैयारियां इन दिनों जोरों पर है पहले जैसे अब चौक चौराहों पर बिल्कुल कम मूर्तियां स्थापित की जाएगी। अधिकांश भक्तगण अपने घरों पर ही मूर्तियां स्थापित करने की तैयारियां कर रहे हैं। छोटी मूर्तियां खरीद कर उन्हें घरों में पूजा अर्चना करेंगे। इधर मूर्तिकार मूर्तियों को आकार देने में लगे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि शहर में मेला ग्राउंड में दो जगह तथा गोवर्धन चौक के पास एक जगह इनके अलावा और घरों में मूर्तियां गढ़े जा रहे हैं। मूर्तिकार लोकेश चक्रधारी, ललित चक्रधारी, उपुल पटेल, गौतम पटेल, अनिल पटेल ने बताया कि मूर्तियों के आर्डर नहीं मिलने से इस बार भी हमारे होश उड़ गए थे लेकिन जैसे-जैसे गणेश पर्व नजदीक आ रहे हैं। मूर्तियों के आर्डर आने लगे हैं अभी तक 13 ऑर्डर मिल चुके हैं उन्हीं के आधार पर गाइड लाइन के अनुसार 4 फीट तक की मूर्तियां बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि छोटी मूर्तियां लगभग 500 की संख्या में बनाए हैं उन्हें पूरा विश्वास है कि गणेश चतुर्थी तक सभी मूर्तियां बिक जाएगी। उन्होंने बताया कि पिछले साल एक भी मूर्तियों के आर्डर नहीं मिले थे। छोटी मूर्तियां ढाई सौ की संख्या में बनाए थे जो मुश्किल से ही सेल हो पाए। इस बार उन्होंने पूरी विश्वास के साथ कहा कि सभी मूर्तियां बिकने से ही कमाई उभर कर आएगी। मूर्तिकार रमन चक्रधारी, अजय चक्रधारी, विजय चक्रधारी ने बताया कि उन्हें 20 मूर्तियों के ऑर्डर मिले हैं तथा अपने से जोखिम उठाकर छोटी ढाई सौ मूर्तियां बनाए हैं। रमेश चक्रधारी, महेश चक्रधारी अपने पंडाल पर 800 छोटी मूर्तियों को आकार दिए हैं। इन्हें 25 मूर्तियों के ऑर्डर मिले हैं। इस तरह से मूर्तिकारों के इन तीन पंडालों पर 58 मूर्तियों के ऑर्डर मिल चुके हैं तथा 1550 छोटी मूर्तियां बना रहे हैं। इन मूर्तिकारों ने बताया कि वर्तमान में मिट्टी से लेकर मजदूरी रंग पेंट आदि सभी की कीमत बढ़ी हुई है सबको मैनेज करना पड़ता है इसलिए जो मूर्तियां बनाई है वह बिकेगी तभी मुनाफा दिखेगा। वैसे भी पिछले 2 सालों से इन मूर्तिकारों को टोटल नुकसान उठाना पड़ा है इनकी भरपाई इन्हें इस बरस पूर्ण होने की उम्मीद जगी है।