धर्म संसद आयोजक की राजनीति में हो वापसी,देश को स्वच्छ छवि के ऐसे हिन्दू नेताओ की है जरूरत : कालीचरण महाराज
रायपुर। धर्म संसद आयोजक पंडित नीलकण्ठ त्रिपाठी की राजनीति में वापसी हो सकती है। कालीचरण महाराज ने मीडिया से बात करते कहा कि एक स्वच्छ छवि के कट्टर हिन्दू सनातनी नेता की देश को आवश्यकता है। नीलकण्ठ त्रिपाठी को राजनीति में वापस आना चाहिए। क्योंकि उनके साथ एक मजबूत युवा टीम है। इतना ही नहीं एक कट्टर सनातनी नेता होने के नाते नीलकण्ठ त्रिपाठी को राजनीति में वापसी कर चुनाव लड़ना चाहिए।
गौरतलब है कि पं नीलकण्ठ त्रिपाठी ने ही धर्म संसद 2021 छत्तीसगढ़ का आयोजन रायपुर में 25—26 दिसंबर को किया था। जिसमे कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसके बाद से ही नीलंकठ सूर्खियों में बने हुए है। इसके बाद कालीचरण पर राजद्रोह की धारा लगाकर 95 दिन के लिए कारावास में भेज दिया गया। उसी दौरान विवाद में आएं नीलकण्ठ त्रिपाठी ने एनसीपी से राष्ट्रीय सचिव के पद से इस्तीफा दे दिया था। नीलकण्ठ त्रिपाठी ने उस समय यही कहा कि धर्म से ऊपर राजनीति नही। वही कालीचरण महाराज का कहना है कि धर्म की रक्षा के लिए राजनीति में आना जरूरी है। जिसके लिए नीलकण्ठ त्रिपाठी को अपनी तैयारी करना जरूरी है।
कालीचरण 4 अप्रैल को जेल से रिहा होने के बाद चामुंडा माता एवं काली माता के दर्शन कर सीधा धर्म संसद आयोजक नीलकण्ठ त्रिपाठी के निवास पहुंचे। वही उनके निवास में कालीचरण महाराज से बंद कमरे में कुछ देर चर्चा हुई। चर्चा के दौरान उन्होंने नीलकण्ठ त्रिपाठी को राजनीति में वापस आने के लिए कहा और हिंदुओं के लिए चुनाव लड़ने का आग्रह किया। उन्होंने एनसीपी से इस्तीफा देने के निर्णय की सराहना की। ऐसे ही हिंदुत्व को लेकर कार्य करने कहा है। कालीचरण महाराज, नीलकंठ त्रिपाठी के निवास में उनके परिवार वालो से और अपने समर्थकों से भेंट कर दूसरे दिन इंदौर के लिए निकल गए। फिलहाल नीलकंठ त्रिपाठी कौन सी पार्टी जॉइन करेंगे और चुनाव लड़ेंगे या नहीं यह तय नहीं है।