हाजिरी काटने पर भड़के एसईसीएल कर्मचारियों, परिजनों और आक्रोशित भू—विस्थापितों ने मुख्य महाप्रबन्धक कार्यालय का किया घेराव
कोरबा। कुसमुण्डा खदान में एक बार फिर भूविस्थापितों ने मोर्चा खोल दिया है। दरअसल इस बार भुविस्थापितो के साथ उनके परिवार और एसईसीएल कर्मचारी भी साथ है। जिनकी हाजिरी काटने के विरोध सहित अनेको मांगो को लेकर जटराज चंद्रनगर ग्राम के भुविस्तापित पूर्व उपाध्यक्ष जिला पंचायत कोरबा अजय जायसवाल के नेतृत्व में एसईसीएल कुसमुण्डा मुख्य महाप्रबन्धक कार्यालय का घेराव किए।
सुबह 10 बजे से कुसमुण्डा खदान से लगे जटराज गांव के भुविस्थापित परिवार जिसमे महिलायें भी थी, सेकड़ो की संख्या में कार्यालय पँहुचें। जिन्होंने पहले गेट के सामने पंहुच कर नारा लगाया कि “हम अपना अधिकार मांगते न किसी से भीख मांगते”। सड़क पर लोगो की भीड़ को देखकर सुरक्षाकर्मी ने गेट खोल कर सभी को अंदर जाने दिया। सभी भुविस्थापित सीजीएम कार्यालय के अंदर आ गए और सीजीएम भवन पोर्च और सीढ़ियों में बैठ गए।
कुछ देर बाद पँहुचें सीजीएम..
करीब आधे घंटे की चर्चा में कर्मचारियों और भूविस्थापितों की मांग को मानते हुए प्रबंधन ने उन्हें नौकरी पर बुलाया और पिछले दिनों काटे गए हाजिरी को देने की बात कही। तब जाकर लोग वहां से हटे और अपने अपने घरों को रवाना हुए। इस पर अजय जायसवाल ने बताया कि ग्रामीणों को परेशान कर भूमि अधिग्रहण के संबंध में बैठक कर चर्चा की जायेगी। अभी जिन कर्मचारियों की हाजिरी रोकी गई हैं।उन्हें कार्य में आने के लिए आदेश करें। जिस पर महाप्रबंधक ने सहमति दी और कार्य में आने के लिए कहा गया है।
”बीएन यादव की रिपोर्ट”