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Chhattisgarh

एसईसीएल दीपका साइलो के ठेका मजदूरों ने दीपका थाने में किया सामूहिक शिकायत दर्ज,शिकायत में अपनी सुरक्षा, काम व वेतन के लिए थाना प्रभारी से लगाई गुहार

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“बी एन यादव की रिपोर्ट”

कोरबा। आज एसईसीएल दीपका के साइलों व सीएचपी में काम करने वाले ठेका मजदूरों ने दीपका थाना पहुंचकर ठेका कंपनी नागार्जुन इंजीनियरिंग एंड कंट्रक्शन कंपनी के दलालनुमा गुर्गों के ऊपर सामूहिक शिकायत दर्ज करा कर थाना प्रभारी से गुहार लगाई । ठेका मजदूरों का कहना है कि निर्धारित वेतन नहीं देकर बहुत ही कम पेमेंट काम लिया जाता है बैंक खाते में पेमेंट आने के बाद पैसे वापस ले लिया जाता है कई मजदूरों का एटीएम पासबुक स्वयं रखते हैं और अपने हिसाब से मजदूरों को भुगतान करते हैं पीएफ और अन्य सुविधाएं सुविधा उपकरण नहीं दिया जाता उनके शर्तों पर काम करने के लिए धमकाया जाता है और नहीं मानने वालों को काम से बाहर कर दिया जाता है उनका कहना है इस वर्ष साइलो और सीएचपी के कार्य के लिए नियोजित नागार्जुन इंजीनियरिंग एंड कंट्रक्शन कंपनी आने के बाद पुनः उन व्यक्तियों के द्वारा मजदूरों को डरा धमका कर कम वेतन में कार्य करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है तथा यहां से निकाले गए मजदूरों की बहाली के लिए आंदोलित मजदूर साथियों के साथ देने पर काम से बाहर करने की धमकी दिया जा रहा है ठेका मजदूरों ने अधोहस्ताक्षरी एसईसीएल दीपका परियोजना के साइलो एवं सीएचपी में 5-6 वर्षों से काम करते आ रहे हैं साइड में अलग-अलग ठेका कंपनी को कार्य आवंटित होता रहा है पर यहां कंपनी के दलालनुमा गुर्गों के द्वारा लेबर सप्लाई का काम करते हैं उनके द्वारा मजदूरों का शोषण किया जाता है इस विषय को लेकर आज दीपका थाना में शिकायत दर्ज कराई गई है शिकायत की अग्रिम कार्यवाही के लिए सुरक्षा प्रदान करने तथा वास्तविक वेतन भत्ता और सुविधाएं दिलाने तथा काम से निकाले गए सभी मजदूर साथियों को बहाल करने और ठेका कंपनी नागार्जुन के दलालनुमा गुर्गों के द्वारा मजदूरों को धमकाने डराने का मामला दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही के लिए दीपका थाना प्रभारी से गुहार लगाई गई है । गौरतलब है साइलो और सीएचपी से निकाले गए कामगारो की वापसी के लिए ऊर्जाधानी संगठन आंदोलन कर रही है । संगठन ने कोरोना महामारी के निर्देशो के कारण अनिश्चितकालीन साइलो बंदी के कार्यक्रम को डायवर्ट करते हुए तथा कोरोना की महामारी की गाइडलाइन को फॉलो करते हुए मुंह पर मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर 11 जनवरी को ग्राम झाबर के कॉलेज मैदान पर बैठकर शांतिपूर्ण एक दिवसीय उपवास एवं धरना प्रदर्शन किया गया था और घोषणा किया गया था कि 13 जनवरी को नागार्जुन कम्पनी के कार्यालय के समक्ष श्रमिक चौक में आमरण अनशन के साथ प्रदर्शन शुरू कर दिया गया था किंतु प्रशासन के आग्रह पर कोरोना महामारी के कारण अपने आंदोलन को स्थगित कर दिया है । इससे पूर्व में साइलों के ठेका मजदूरों की बहाली के लिए एक माह पूर्व 3 घंटे तक साइलो व सीएचपी को बंद किया गया था तथा एसईसीएल प्रबंधन ठेका कंपनी नागार्जुन के अधिकारी ऊर्जाधानी भूविस्थापित संगठन के पदाधिकारी और ठेका मजदूरों के साथ मांगों को लेकर 15 दिवस के भीतर में बहाली करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी और एसईसीएल प्रबंधन के मौजूदगी में एसईसीएल ठेका कंपनी नागार्जुन ने लिखित आश्वासन दिया गया था लेकिन कुछ ही मजदूरों की बहाली किया गया और फिर से दोबारा आश्वासन देकर बाकी मजदूरों को 15 दिवस के भीतर में बहाल कर दिया जाएगा कह के एसईसीएल प्रबंधन और ठेका कंपनी नागार्जुन ने लिखित आश्वासन में कही गई थी लेकिन मांगों को पूरा नहीं किया गया जिसे लेकर ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति संगठन ने ठेका मजदूरों के साथ एसईसीएल प्रबंधन और ठेका कंपनी नागार्जुन ठेका कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है ।

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