आकाश गंगा और दक्षिण गंगोत्री के व्यापारियों का टूटने लगा सब्र का बांध
आकाश गंगा व दक्षिण गंगोत्री व्यापारी व्यापारियों का कहना है कि जब से सुपेला फाटक में अंडर ब्रिज का निर्माण शुरू हुआ है तब से हम व्यापारियों का रोजी रोजगार लगभग 10 % रह गया है और और कई व्यापारी अपना व्यापार कहीं और शिफ्ट करने लगे हैं जिससे हम व्यापारियों के सामने परिवार चलाने की जद्दोजहद चल रही है कहीं ऐसा ना हो कि हमारे सब्र का बांध टूट पड़े और हम व्यापारी कोई अनुचित कदम उठाने के लिए मजबूर हो जाए अंडर ब्रिज बनने से लगभग 200 दुकान आकाशगंगा और दक्षिण गंगोत्री में प्रभावित हो रहे जिससे लगभग ढाई हजार परिवार आज प्रभावित हो चुके हैं कई व्यापारियों को यहां तक कि कहना है कि कई दिनों से उनकी बोनी तक भी नहीं हुई है अगर इस तरह व्यापार चला तो शायद आगे जाकर वे व्यापार बंद कर अपनी दुकान की चाबी प्रशासन को सौंपने की तैयारी कर रहे हैदक्षिण गंगोत्री एवं आकाश गंगा में जैसा सुपेला रेलवे फाटक पर अंडर ब्रीज (सुपेला रेल्वे फाटक से लेकर बुरहानपूर जलेबी की दुकान तक सेड नुमा) का निर्माण हो रहा है। उससे सम्पूर्ण दक्षिण गंगोत्री एवं आकाश गंगा मार्केट का पूरा व्यवसाय भविष्य में समाप्त हो जायेगा एवं पूरी मार्केट कि स्थिति नेहरू नगर रेलवे फाटक के पास बने मार्केट के जैसा हो 1. यह अंडर ब्रिज मौर्या टाकिज एवं प्रियदर्शनी परिसर के जैसा बाक्स नुमा बने । 2. यह अंडर ब्रीज के बाक्स नूमा बनने से आकाश गंगा एवं दक्षिण गंगोत्री में जाने के सभी रास्ते जैसे पहले से खुले है। वैसा हि खुला मिलेगा ।3. तीन रास्ते इस प्रकार होंगे A. सुपेला रेल्वे फाटक के पास स्टेट बैंक ए.टि.एम से आकाश गंगा कि ओर जाने वाला मार्ग, B. होटल अंसारी बिरयानी सेन्टर के सामने से आकाशगंगा कि तरफ जाने वाला मार्ग C. खादिम शोरूम कि तरफ से दक्षिण गंगोत्री कि तरफ जाने वाला मार्ग एवं आगे रॉकी फर्निचर कि तरफ जाने वाला मार्ग) 4. यह अंडर ब्रिज मार्केट कि तरफ से बॉक्स स्टाईल में बनेदक्षिण गंगोत्री के व्यवसायियों ने एक बार फिर अपनी आवाज बुलंद करते हुए प्रेस मीडिया के समक्ष अपनी परेशानियों को रखा है और कहा है कि सुपेला फाटक पर बन रहे अंडर ब्रिज निर्माण कार्य में निर्माणाधीन स्थल के सभी व्यवसाई गण एवं उपभोक्ता गढ़ की अनदेखी कर निर्माण कार्य को किया जा रहा है उक्त निर्माणाधीन स्थल पर पर्याप्त भूमि लगभग 138 सीट उपलब्ध है तथा उपलब्ध भूमि के सेंटर से दोनों तरफ एक समान भूमि लेकर निर्माण कार्य करते हुए अंडर ब्रिज को छोटा बनाए जा रहे ऐसा व्यापारियों की मांग है जिससे व्यवसाई को एवं आम जनता को असुविधा का सामना ना करना पड़े और आवागमन भी सुचारू व सहज रूप से चलता रहे दक्षिण गंगोत्री के व्यापारियों में काफी आक्रोश किस वक्त देखा जा रहा है और उनका साफ कहना है यदि उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो वह आगे उधर से उग्र आंदोलन करने के लिए विवश होंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन एवं रेलवे प्रशासन की होगी।