महाराष्ट्र से कांकेर जिले में फिर पहुँचा चंदा हाथियों का दल, जेपरा में धान की फसल बना इनका मुख्य चारा
”नरेश भीमगज की रिपोर्ट”
कांकेर। चारामा क्षेत्र में एकबार फिर चंदा हाथियों का दल पहुँच गया है जहाँ जेपरा में धान की खड़ी फसलों व खेत में बने लारियों को नुकसान पहुँचा रहे है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में कुछ महीनों पूर्व चंदा हाथियों का दल अलग-अलग क्षेत्र में अपनी मौजूदी दर्ज करा खेतों बाड़ियों में कहर बरपा जहाँ लोगों में दहशत कायम कर दिया था फिर वापस महाराष्ट्र चले जाने की खबर से ग्रामीण व वन विभाग राहत की सांस ली ही थी कि अचानक चंदा हाथियों का दल एक बार फिर पिछले एक सप्ताह से चारामा वन परिक्षेत्र के जेपरा में आ धमके है जिससे ग्रामीणों में एक बार दहशत व्याप्त है वहीं क्षेत्र में धान की लहलहाती फसलों को 22 से 23 हाथियों का दल चट करते जा रहे है।
वन विभाग भी लगातार ग्रामीणों को मुनादी के माध्यम से अलर्ट कर रही है व हाथियों के दल की निगरानी की जा रही है।
फसल चट करने के बाद हाथियों का दल घुस जाते है जंगल में
एक सप्ताह से महाराष्ट्र से चारामा वन परिक्षेत्र के ग्राम जेपरा में डेरा डाले हुए है यहाँ खेत में धान की खड़ी फसलों को चौपट कर फिर से जंगल में चले जाते है। इस सबन्ध में परिक्षेत्र अधिकारी सियाराम सिंह ने बताया कि हाथी अभी खेत के अलावा जान माल की किसी या घर को हानि नहीं पहुँचाये है जेपरा क्षेत्र में कुछ तालाब व खेत की खड़ी फसल को ही नुकसान पहुँचा रहे है जिसका आंकलन किया जा रहा है और हाथियों के इस झुंड पर नजर रखे हुए है साथ ही गांव में मुनादी करवाई जा रही है।
कांकेर। चारामा क्षेत्र में एकबार फिर चंदा हाथियों का दल पहुँच गया है जहाँ जेपरा में धान की खड़ी फसलों व खेत में बने लारियों को नुकसान पहुँचा रहे है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में कुछ महीनों पूर्व चंदा हाथियों का दल अलग-अलग क्षेत्र में अपनी मौजूदी दर्ज करा खेतों बाड़ियों में कहर बरपा जहाँ लोगों में दहशत कायम कर दिया था फिर वापस महाराष्ट्र चले जाने की खबर से ग्रामीण व वन विभाग राहत की सांस ली ही थी कि अचानक चंदा हाथियों का दल एक बार फिर पिछले एक सप्ताह से चारामा वन परिक्षेत्र के जेपरा में आ धमके है जिससे ग्रामीणों में एक बार दहशत व्याप्त है वहीं क्षेत्र में धान की लहलहाती फसलों को 22 से 23 हाथियों का दल चट करते जा रहे है।
वन विभाग भी लगातार ग्रामीणों को मुनादी के माध्यम से अलर्ट कर रही है व हाथियों के दल की निगरानी की जा रही है।
फसल चट करने के बाद हाथियों का दल घुस जाते है जंगल में
एक सप्ताह से महाराष्ट्र से चारामा वन परिक्षेत्र के ग्राम जेपरा में डेरा डाले हुए है यहाँ खेत में धान की खड़ी फसलों को चौपट कर फिर से जंगल में चले जाते है। इस सबन्ध में परिक्षेत्र अधिकारी सियाराम सिंह ने बताया कि हाथी अभी खेत के अलावा जान माल की किसी या घर को हानि नहीं पहुँचाये है जेपरा क्षेत्र में कुछ तालाब व खेत की खड़ी फसल को ही नुकसान पहुँचा रहे है जिसका आंकलन किया जा रहा है और हाथियों के इस झुंड पर नजर रखे हुए है साथ ही गांव में मुनादी करवाई जा रही है।