फैले विडियो क्लिप से पुरे प्रदेश में महाविद्यालय और कुरुद की छवि हुई धुमिल
कुरूद। संत गुरुघासीदास महाविद्यालय परिसर कुरूद में वेलकम पार्टी के नाम पर हुई अनुसाशनहीनता को एनएसयूआई के कुछ छूटभैये छात्र नेताओ का भी संरक्षण मिला है।
भाजयुमो कन्या शक्ति जिला संयोजिका निशा वैष्णव का मानना है की शिक्षा के मंदिर में हुए कृत्य का समर्थन करना संकीर्ण विचारधारा को दर्शाती है जिनका ये मानना है कि कमर पर हाथ रखकर डांस करने को छत्तीसगढ़ की पारंपरिक नृत्य से जोड़कर मीडिया में ये कहा जा रहा है कि इसमें किसी भी तरह की कोई फुहड़ता नहीं है बल्कि यह तो छत्तीसगढ़ की परंपरा का ही हिस्सा है इन एनएसयूआई के छूटभैये छात्र नेताओं को शायद पारंपरिक नृत्य और वेस्टर्न डांस मे कोई अंतर नजर नहीं आता इसीलिए विधायक प्रतिनिधि की महाविद्यालय के भविष्य की चिंता के लिए उठाए कदम पर प्रश्नवाचक चिन्ह खड़े कर रहें हैं और इस प्रकार की अनुशासनहीनता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कुरूद नगर मंत्री सौरभ शर्मा ने भी एनएसयूआई के छात्रनेताओं पर पलटवार करते हुए कहा कि कुरूद महाविद्यालय परिसर किसी भी प्रकार से इटली की संकृति को स्वीकार नहीं करेगा और कांग्रेस पार्टी की जनभागीदारी समिति के मुख्य पदों में बैठे जिम्मेदार लोगों को जिन्होंने अपनी सत्ता का दबाव बनाकर इस तरह के आयोजन की अनुमति दी है जिसके कारण महाविद्यालय का नाम खराब हुआ है ऐसे लोगों को तत्काल प्रभाव से हटाकर इन लोगों पर भी उचित कार्यवाही करने की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में फिर कभी ऐसी स्थिति पैदा न हो,
छात्रनेता केशव चंद्राकर ने भी एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं की वीडियो वाली बात को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कालेज परिसर की वो वीडियो कुरूद ही नहीं अपितु नेशनल न्यूज चैनलों में दिखाई जा रही इसके लिए भी क्या विधायक प्रतिनिधि जिम्मेदार हैं एनएसयूआई के छात्र नेताओं का यह कहना भी उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है समिति के सभी जिम्मेदार पदों पर कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कब्जा है उसके बाद भी कालेज प्रशासन या जनभागीदार समिति की इस तरह की अनुसाशनहीनता बड़े दुर्भाग्य का विषय है।