शहर की संकरी सड़कें हादसे का बना पर्याय,सड़क दुर्घटना में घायल युवक की हुई मृत्यु
संतोष सोनकर की रिपोर्ट
राजिम । नेशनल हाईवे 130 सी पर साईं मंदिर के पास शुक्रवार की शाम एक बाइक सवार युवक डीजे वाहन से टकरा गया। हादसे में उसे गंभीर चोट आने पर उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक मोहंदी निवासी लोकेश साहू बाइक से पांडुका की ओर जा रहा था तभी शुक्रवार की शाम 5.30 बजे राजिम साईं मंदिर के पास सामने से आ रहे डीजे वाहन से टकरा गया। इस हादसे में वह बुरी तरह से जख्मी हो गया। स्थानीय पुलिस ने प्राइवेट वाहन की मदद उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। हादसे के बाद डीजे वाहन चालक गाड़ी लेकर भागने की फिराक में था, जिसे पुलिस ने हिरासत में लेकर वाहन को जप्त कर लिया है। पुलिस के मुताबिक आधार कार्ड के आधार पर मृतक की शिनाख्त की गई है। तेज रफ्तार से वाहन चलाने के वजह से इस मार्ग पर लगातार हादसे हो रहे है। अब तक कई लोगों की रोड एक्सीडेंट में मौत हो चुकी है। एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस समीक्षा के दौरान यह आंकड़े सामने आए हैं कि प्रदेश में प्रतिदिन बीते 4 माह के दौरान 39 दुर्घटनाएं दर्ज की गई है जिनमें से 17 लोगों की मृत्यु हुई है। इन हादसों में रोजाना 36 लोग घायल हुए हैं जिसमें मरने वालों में युवा सबसे अधिक है। राजिम शहर के राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवागमन का दबाव निरंतर बढ़ता जा रहा है कहने को तो राजिम शहर है। लेकिन यहां की सड़कों पर डिवाइडर नही होने तथा सड़क सकरी होने की वजह से लगातार सड़क दुर्घटनाएं हो रही है। गत कई वर्षों से बड़ी गाड़ियों को शहर के बाहर से होकर निकालने के लिए नवापारा राजिम दोनों शहर के बाहर से हाईवे रोड बनाने की मांग कर रही है। परंतु न ही प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री इस ओर ध्यान दिए हैं और न ही क्षेत्रीय विधायक अभी तक कोई पहल किया है। नतीजा बड़ी गाड़ियां भी शहर के अंदर से होकर निकलती है, इस वजह से अक्सर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है।
स्कूली बच्चे परेशान
बेतरतीब ढंग से चल रहे वाहनों के कारण स्कूली बच्चे परेशान रहते हैं इससे पलकों में चिंता बनी रहती है। बच्चे जब से घर से बाहर साइकिल से निकलते हैं उसके बाद पालकों की चिंता शुरू हो जाती है जो वापस घर आने के बाद ही समाप्त होती है कब तक पालक अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित रहेंगे। स्थानीय प्रशासन से लेकर प्रदेश सरकार यहां की सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने तथा यातायात को व्यवस्थित करने के लिए अभी तक कोई कदम नहीं उठाए हैं जो चिंता का कारण बन गया है। साईं मंदिर का यह इलाका दुर्घटनाओं का इलाका बन गया है। राजिम भक्ति माता चौंक, चौबेबांधा तिराहा से लेकर बरोंडा तक सड़के भी खराब है। शहर निरंतर बढ़ रहे हैं। कालोनियां विकसित हो रही है। परंतु सड़कों की चौड़ी बढ़ाने पर किसी का ध्यान नहीं है।