चौड़ीकरण में डाली मिट्टी से सड़क हुआ कीचड़ से सराबोर
”संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम। पीतईबंद से लेकर पोखरा 11 किलोमीटर तक की दूरी के मार्ग का चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है परंतु ठेकेदार के द्वारा इसमें डाली जा रही मटेरियल निम्न स्तर का है यहां तक की सड़क में ही मिट्टी डाल दिया गया है जिसके कारण पूरा सड़क कीचड़ से सराबोर हो गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि पुल पुलिया का भी निर्माण हो रहा है जिसमें ना सरिया का ठिकाना है और न ही उच्च स्तर के मटेरियल डाली जा रही है और तो और पानी भी नहीं डालने के कारण निम्न स्तर के काम होने की जानकारी मिली है। कहना होगा कि प्रदेश सरकार मजबूती के साथ निर्माण के लिए करोड़ों रुपया खर्चा कर सड़क चौड़ीकरण कर रही है परंतु ठेकेदार की लापरवाही के चलते इस तरह की स्थिति को देखकर लोग आंख कान बंद कर आगे बढ़ जाना उचित समझ रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारी ठेकेदारों से मिलीभगत के कारण कोई कार्यवाही नहीं करते। बताना होगा राजिम से सीधे यह सड़क महासमुंद जिला मुख्यालय को जोड़ेंगी। हथखोज के सतधारा नदी में पुल बन गया है उसके बाद सीधे महासमुंद जिले का इलाका हो जाता है। इस मार्ग से जाने पर महासमुंद की दूरी कम हो जाती है अर्थात 10 किलोमीटर का फासला कम होने से राहगीर इसी मार्ग पर जाना जरूरी समझते हैं। परंतु निर्माण कार्य निम्न स्तर के होने से लोगों में रोष है। इन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों को लगातार ठेकेदार के कार्यों की मॉनिटरिंग करने की मांग की है ताकि इनके गुणवत्ता में किसी प्रकार की भ्रष्टाचार की बू ना रहे।
मिट्टी डालने से आने जाने में हो रही दिक्कत
सड़क निर्माण कार्य में मिट्टी डाल देने के कारण पूरा सड़क बुधवार को हुई बारिश के कारण कीचड़ ही कीचड़ दिखाई दे रहा है मिट्टी गीली होने से लोग फिसल कर गिर रहे हैं वैसे यहां पर मिट्टी के बजाय गिट्टी डालना था।
कृषि कार्य सर पर और रास्ता तय करना हुआ मुश्किल
खरीफ फसल की बोनी का कार्य बहुत जल्द प्रारंभ होने को है इसके लिए शहरों से खाद बीज खरीद कर लाना पड़ता है राजिम शहर प्रतिदिन अधिकांश लोगों को गांव से निकलकर जाना पड़ता है परंतु सड़क खराब होने के कारण उन्हें बड़ी परेशानी हो रही है। ग्रामीण दिक्कत में फंस गए हैं वह चिंता में पड़े हैं की सड़क कब बने और वह अच्छे से चल पाए।
कछुआ चाल से चल रहा निर्माण
निर्माण कार्य कछुआ गति से चल रहा है जिसके कारण लोग ऐसे ही परेशान हैं पूरा गर्मी निकल गया परंतु 11 किलोमीटर के इससे सड़क के कार्यों में अभी तक गति नहीं आई है जिसके कारण
ग्रामीणों को जुझना पड़ेगा।