भारत बंद के समर्थन में रैली प्रदर्शन और चक्काजाम होगा,मजदूरों किसानों का हुआ संयुक्त कन्वेंशन…
कोरबा । मजदूर किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ संयुक्त ट्रेड यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा 27 सितंबर को भारत बंद के आह्वान पर मजदूर एवं किसान संगठन द्वारा बंद को सफल बनाने के लिए गेवरा में संयुक्त रूप से कन्वेंशन आयोजित किया गया जिसमें प्रमुख रूप से इंटक से गोपाल नारायण सिंह,गोपाल यादव,एचएमएस से रेशम लाल यादव, सीटू से वी एम मनोहर, एटक से दीपक उपाध्यक्ष किसान सभा से जवाहर सिंह कंवर और प्रशांत झा उपस्थित थे।
कन्वेंशन की अध्यक्षता अजय प्रताप सिंह,एवं संचालन जनाराम कर्ष ने किया।
कन्वेंशन को सर्वप्रथम किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा ने संबोधित करते हुए कहा कि देश भर के किसान 10 महीने से ज्यादे समय से किसान किसान विरोधी काले कानूनों को वापस करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं साथ ही देश के मजदूर संगठन भी निजीकरण के खिलाफ, नए संशोधित लेबर कोड रद्द करवाने को लेकर निरंतर आंदोलनरत हैं। जिसे लेकर 27 सितंबर को ऐतेहासिक भारत बंद होगा।
इंटक के केंद्रीय नेता गोपाल नारायण सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश की सरकार लोगों की खून पसीने से पैदा की गई सरकारी संपत्ति को कौड़ियों के भाव पूंजीपतियों को लूटा रही है खेती व मजदूरों के कानून को बदल कर किसान मजदूर को गुलाम बनाने की साजिश रच रही है जिसे देश की मेहनत कश आवाम हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगी।
सभा को संबोधित करते हुए एचएमएस के केंद्रीय नेता रेशम लाल यादव ने कहा कि जो भी सरकार आई किसानों मजदूरों को लूटने का ही काम की है वर्तमान सरकार सार्वजनिक उद्योगों को पूरी तरह से निजी हाथों में बेचने की जल्दबाजी में है सरकारी उद्योगों के निजी हाथों में जाते ही लेबर कानून को पूर्ण रूप से समाप्त कर दिया जाएगा और मजदूरों के मौलिक अधिकार छीन लिए जाएंगे भारत बंद के कार्यक्रम को पूर्ण रूप से सफल बनाकर मजदूरों किसानों की एकता दिखाने की भी जरूरत है
सीटू नेता वीएम मनोहर ने कन्वेंशन को संबोधित करते हुए कहा कि तीनों किसान विरोधी काले कानून को रद्द करने एवं कृषि पैदावार का समर्थन मूल्य का कानून बनाने की मांग को लेकर देश भर के किसान पिछले 10 माह से आंदोलन कर रहे है किसान जीतेंगे तभी देश की मजदूर जीतेंगे इस लिए भारत बंद को पूर्ण सफल बनाने के लिए सड़क पर उतरना ही होगा।
एटक नेता दीपक उपाध्याय ने कहा कि केंद्र सरकार ने अपने सात साल के कार्यकाल में केवल मजदूरों और किसानों के हितों पर हमला ही किया है निजीकरण कर देश की संपत्ति को बेचने का काम केंद्र सरकार कर रही है कन्वेंशन को गोपाल यादव, दीपक साहू,टी सी सुराज ने भी संबोधित करते हुए मजदूर विरोधी लेबर कोड,किसान विरोधी काले कानून,और निजीकरण के खिलाफ भारत बंद का समर्थन करते हुए भारत बंद को सफल बनाने की अपील की कन्वेंशन में प्रमुख रूप से एस सी मंसूरी,अमृत लाल चंद्रा, एम डी वैष्णव, एल पी अघरिया,दीपक सरनाइथ,गोपाल मुखर्जी,देमंत मिश्रा, बी एल खूंटे,महेंद्र पाल, सतीस सिंह,संतोष मिश्रा, एस सामंतो,डी एल टंडन ,जय कौशिक, उपस्थित थे।
‘‘बीएन यादव की रिपोर्ट”