खेलों के जरिए युवाओं में दूसरों का सम्मान और अनुशासन की क्षमता विकसित होती है: बृजमोहन अग्रवाल

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रायपुर। पढ़ाई के साथ ही खेल एवं सांस्कृतिक गतिविधियाँ भी विद्यार्थी जीवन के लिए जरूरी हैं। जहां खेलकूद से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। साथ ही साथ ही टीम भावना और अनुशासन विकसित होता है।
वहीं संस्कृति गतिविधियों से रचनात्मकता और सामाजिक कौशल का विकास होता है और नेतृत्व क्षमता विकसित होती है। यह बात शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय में सात दिवसीय राज्य स्तरीय खेल एवं सांस्कृतिक महोत्सव “आरोहण” के शुभारंभ के अवसर पर कहीं।
कार्यक्रम में अग्रवाल ने दीप प्रज्ज्वलित किया साथ ही सभी को ‘’मै को हम बनायेंगे, हम नया भारत बनायेंगे’’ की भी शपथ दिलाई और गुब्बारों को छोड़कर आरोहण-2024 का शुभारंभ किया।
अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि, पहले बच्चों पर केवल पढ़ाई के लिए जोर दिया जाता था। लेकिन पढ़ाई के साथ खेल और दूसरी सांस्कृतिक गतिविधियां भी बहुत जरूरी है। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी भाग लें। इससे उन्हें एक संतुलित और समग्र व्यक्तित्व विकास में सहायता मिलेगी। खेल और संस्कृति गतिविधियां जैसे गायन, डांस आदि आजीविका का साधन भी बन गई हैं। इतना ही नहीं यह राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान भी दिलाती है।
खेलों के जरिए हमें सीखने को भी मिलता है कि जिंदगी में हार भी जरूरी है। हार से हमे अपनी कमियों का पता चलता है और हममें संघर्ष क्षमता विकसित होती है जो सफलता के लिए प्रेरित करती है।
कार्यक्रम के शुभारंभ के मौके पर इस दौरान फ़्लैश माब नृत्य का आयोजन किया जिसमें प्रतिभागियों के साथ ही शिक्षकों ने सामूहिक नृत्य किया।
सात दिनों तक चलने वाले आरोहण 2024 में देश भर से करीब 4000 प्रतिभागी तीरंदाजी, फुटबॉल, वॉलीबॉल, बास्केटबॉल समेत विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के साथ ही गायन डांस आदि कंपटीशन में हिस्सा लेंगे।
कार्यक्रम में रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति हर्ष गौतम, कुलपति प्रो. एस.के. सिंह एवं कुलसचिव डॉ. सौरभ कुमार शर्मा समेत बड़ी संख्या में प्रतिभागी उनके परिजन शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे।

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