28 फरवरी तक मेलार्थियों को लक्ष्मण झूला में चढ़ना नहीं होगा नसीब,1 मार्च महाशिवरात्रि को लोकार्पण की तारीख तय
राजिम । आम जनता के बहुप्रतीक्षित मांग लक्ष्मण झूला के शीघ्र लोकार्पण के लिए पिछले वर्ष से प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन काम पूर्ण नहीं होने के चलते लोकार्पण नहीं हो पाया था और अब लक्ष्मण झूला पूरी तरह से बनकर तैयार हो गए हैं रंग-बिरंगे रंगों से सजाया गया है रात में लाइटों की रोशनी से इनकी आभा बिखर रही है। पहले मिला कि शुरुआती दौर में 16 फरवरी माघ पूर्णिमा को लोकार्पण की बात चल रही थी लेकिन यकायक 1 मार्च महाशिवरात्रि को लोकार्पण होने की बात कहीं जा रही है। बार-बार तिथि बदलने के कारण लोगों को आप विश्वास नहीं हो पा रहा है कि कहीं 1 मार्च को भी टल ना जाएं। उल्लेखनीय है कि राजिम माघी पुन्नी मेला में देशभर से लोग पहुंचते हैं। क्योंकि आसपास लक्ष्मण झूला खारुन नदी पर महादेव घाट रायपुर में है उसके बाद प्रदेश का सबसे बड़ा लक्ष्मण झूला राजिम के त्रिवेणी संगम सोंढूर, पैरी एवं महानदी में बंद कर अस्तित्व में आया है। ब्रिज की लंबाई 600 मीटर तथा चौड़ाई 3 .75 मीटर है नदी तल से झूले की ऊंचाई 10 मीटर है। इनकी निर्माण लागत 34 करोड़ बताई जा रही है। वैसे लोगों को बहुत उम्मीद थी की माघ पूर्णिमा को शुभारंभ होगा और पूरे मेला तक लोग लक्ष्मण झूला में चढ़कर लुफ्त उठाएंगे। इसमें चढ़ना कोई झूले से कम नहीं है लेकिन अब सपना पूरा नहीं हो पाएगा क्योंकि लोकार्पण की डेट 1 मार्च कर दी गई है मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को या तो अगले साल लक्ष्मण झूला में चढ़ने के लिए आना पड़ेगा या फिर महाशिवरात्रि के बाद कभी भी आकर लक्ष्मण झूला का उपयोग कर पाएंगे वैसे इस मेले में दूर दूर से लोग आते हैं और इनकी भव्यता से अभिभूत होते हैं। बताया गया है कि 1 मार्च को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समापन समारोह महाशिवरात्रि पर आ रहे हैं उसी दिन उनके लोकार्पण की जानकारी मिली है।