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Chhattisgarh

जल संसाधन विभाग ने फर्जीवाड़ा को लेकर अधिकारी एवं ठेकेदार के विरुद्ध,थाने में मामला पंजीबद्ध किया

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रामानुजगंज । रामानुजगंज जल संसाधन विभाग जल संसाधन संभाग क्रमांक 2 में फर्जीवाड़ा को लेकर अधिकारी एवं ठेकेदार के विरुद्ध रामानुजनगंज थाने में मामला पंजीबद्ध किया गया है लेकिन एक बार फिर विभाग के अधिकारी मनरेगा के हो रहे कार्यों में फर्जीवाड़ा कर रहे हैं ग्राम रामपुर खारा बांध जो करीब 40 लाख रुपए लागत से मनरेगा के तहत कार्य में मशीन से जहां कार्य कराया जा रहा है वहीं मजदूरों की फर्जी हाजिरी भरी जा रही हैं यहां तक कि मनरेगा के कार्य में पूर्णत ठेकेदारी प्रतिबंधित होने के बाद भी ठेकेदारी से कार्य कराया जा रहा है और सबसे बड़ी बात यह है कि जिस ठेकेदार के विरुद्ध विभाग ने ही मामला दर्ज कराया था उसी ठेकेदार पर विभाग मेहरबान है उसे कई काम दिए गए हैं जो जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। गौरतलब है कि वाड्रफनगर विकासखंड के अंतर्गत रामपुर खारा बांध के मरम्मत कार्य एवं अन्य कार्य जो करीब 40 लाख रुपए लागत से कराए जा रहे हैं कार्य में जल संसाधन विभाग के द्वारा व्यापक स्तर में अनियमितता बरती जा रही है ग्रामीण लगातार फर्जी हाजिरी भरने की शिकायत संबंधित अधिकारियों से कर रहे हैं परंतु अधिकारी के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है यहां तक की मनरेगा का कार्य मशीन से कराया जा रहा है। कार्य अत्यंत निम्न स्तर का हो रहा है। कार्य ठेकेदारी पद्धति से कराया जा रहा है सबसे बड़ी बात यह है कि जिस ठेकेदार के विरुद्ध मनरेगा के कार्य में ही फर्जीवाड़ा करने उसके एवम विभाग के अधिकारियों के खिलाफ विभाग ने ही प्राथमिकी रामानुजगंज थाने में दर्ज कराई है उसी ठेकेदार पर विभाग मेहरबान हो गया है लगातार उसे कई कार्य कराए जा रहे हैं विभाग के सूत्र बताते हैं कि उक्त ठेकेदार के नाम से करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार विभाग के द्वारा किया गया है

कार्यस्थल नही लगा है कार्य का बोर्ड…… जल संसाधन विभाग के अधिकारी फर्जीवाड़ा करने के लिए कार्यस्थल में कोई बोर्ड नहीं लगाए हैं ताकि किसी को पता नहीं चलेगी कार्य किस मद से कितनी लागत का है अधिकारियों का मनसा समझा जा सकता है।

बांध बनने के साथ आया दरार….. कार्य का स्तर कितना निम्न है यह इस बात से समझा जा सकता है कि कार्य अभी हो ही रहा है वही बांध में दरार भी आ गया है वहीं अन्य कार्य भी निम्न स्तर के हैं।

उप अभियंता रहते हैं नदारद…… जिस उप अभियंता द्वारा उक्त कार्य की निगरानी की जा रही है वह उप अभियंता अन्य सबडिवीजनओं में भी काम कर रहा है जिसके पास कार इतना अधिक है कि कार्य की निगरानी के लिए एक दिन भी मौके पर नहीं जा रहे हैं जिस कारण कार्य को ठेकेदारी में देकर मनमानी पूर्वक कार्य कराए जा रहा है।

जंगल का लगा दिया बोल्डर रेंजर ने रुकवाया था काम….. जल संसाधन विभाग के द्वारा मनरेगा के तहत हो रहे कार्य में किस प्रकार से भ्रष्टाचार कर रहा है इसे देखना है तो यहां के कार्य में देखा जा सकता है क्रेशर का जहां गिट्टी लगना था वहां जंगल से गिट्टी लाकर लगा दिया गया जब वन विभाग को इसकी भनक लगी थी तो रेंजर मौके पर पहुंचकर कार्य को रुकवाया था।

इस संबंध में उप अभियंता सुजीत गुप्ता ने कहा कि मनरेगा का कार्य है इसमें मशीन से कार्य कराए जाने का अनुमति मिला है बांध में जो दरार आया है वह एक बरसात के बाद ठीक हो जाएगा।

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