बसंत आता है तो प्रकृति सुधर जाता है और संत आते है तो संस्कृति सुधर जाते है-नारायण साहू
राजिम। माघी पुन्नी मेला मे प्रतिदिन मेलार्थियों की भीड बढ़ती जा रही हैै। रविवार होने के कारण आज भारी भीड़ देखने को मिला। इस बार छत्तीसगढ़ शासन द्वारा कलाकारों को प्रोत्साहित करने और अपनी संस्कृति को दूर-दूर तक पहुँचाने के लिए, सांस्कृतिक आयोजन के लिए दो मंच बनाया गया है। मुख्य मंच पर शाम 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा एक दिन में तीन आकर्षक कार्यक्रम की प्रस्तुति होती है। वहीं श्री कुलेश्वर महादेव मंदिर के पास बने मंच मे स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति प्रातः 11 बजे से संध्या 5 बजे तक हो रही है। जिसमें प्रतिदिन स्थानीय कलाकार प्रस्तुति दे रहे हैं। रविवार को कार्यक्रम की पहली प्रस्तुति के रूप मे श्री सांई परिवार गातापार अभनपुर के द्वारा श्रीगुरू भागवत कथा सुनाया गया। जिसमें चन्द्रभानू सतपथी द्वारा लिखित काव्यग्रन्थ को विस्तार से समझाते हुए नारायण साहू ने गुरू की महिमा को बताते हुए कहा कि बच्चों को गुरूतत्व के बारे मे जानकारी जरूर होना चाहिए। जब बसंत आता है तो प्रकृति सुधर जाता है और संत आते है तो संस्कृति सुधर जाते है। श्रीगुरू भागवत पढ़ने से सभी कष्ट दूर हो जाते है। धर्म जिसके साथ है वह कभी पराजित नहीं होता। उडिया भजन सुनकर सभी ताली बजाकर भक्तिभाव मे लीन हो गये। श्रीकृष्ण राधे कृष्ण… का जाप करते हुए बच्चे, बुजुर्ग, युवा, महिला सभी अपने स्थान में खडे होकर झूमने लगे। इस ग्रंथ के बारे मे बताया गया कि यह मानव जीवन के लिए अमूल्य विषयों पर आधारित है। नौ अक्षरी छंद है जिसे हम उड़िया भाषा से उसके हिन्दी अनुवाद का श्रवण कर रहे है। वर्तमान मे यह ग्रंथ सात भागों मे विमोचित हो चुका है। कई भाषाओं में इसकी रचना की गई है। इस मंच में सहयोगी कलाकार के रूप मे वादन एवं गायन मे मुकेश तिवारी, वरूण निषाद, दीपक देवांगन, चारूद मिश्रा, अर्जुन नंदा, अवंतीदास, मुररी दास और दौलत ठाकुर सहभागी थे। कंकाली पारा रायपुर लोककला मंच ने छत्तीसगढ़ महतारी की महिमा का बखान किया। सुआनृत्य की गरिमा नेताम परसवानी, एवं साथी कलाकारों द्वारा शानदान प्रस्तुति दी गई। ओमप्रकाश नवागांव की टीम द्वारा माता भक्ति पर आधारित जगराता, भजन कार्यक्रम की प्रस्तुति ने समा बांधा। कार्यक्रम का सुन्दर सुमधुर काव्यमय संचालन दुर्गेष साहू, महेन्द्र पंत, मनोज सेन ने संयुक्त रूप से किया इस इवसर पर कार्यक्रम संयोजक पुरषोत्तम चंद्राकर की उपस्थिति रही।
सोमवार को स्थानीय कलाकारों के सांस्कृतिक मंच में खेमचंद यादव लोहसी कोपरा कर्णेश्वर मानस परिवार, राम बगस भारद्वाज परसदा पोंड सतनाम मंगल भजन पार्टी, खिलावन सिन्हा नवागांव रायपुर फाग मंडली, बुधारू राम तौरेंगा लोकनाचा, श्रवण सारवा दुलना रायपुर जगराता झाँकी प्रस्तुति होगी।
मुख्यमंच पर सोमवार को मुख्य आकर्षक
मुख्यमंच पर प्रतिदिन प्रदेश के सुप्रसिद्ध लोक कलाकरों को प्रस्तुति हो रही है। सोमवार को 5 बजे से 10 बजे तक रंग छत्तीसगढ़ राजनांदगाँव तथा टेकेन्द्र वर्मा लोकमंच प्रमुख आकर्षण होंगे।