कमलक्षेत्र की आराध्य देवी मां महामाया में जले 1038 ज्योति,बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए आते है
“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”

राजिम । नवरात्र पर्व के दूसरे दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण दर्शन पूजन के लिए सुबह से लेकर देर रात तक उपस्थित होते रहे। इस बार यहां कुल 1038 ज्योति कलश प्रज्वलित किए गए हैं। इसे कमलक्षेत्र की आराध्य देवी माना गया है इसलिए मां महामाया में भी कमल फूल भक्तगण चढ़ाते हैं साथ ही नारियल धूप अगरबत्ती व पंचमी से श्रृंगार के सामग्री माता को समर्पित किए जाएंगे। प्रतिदिन माता सेवा में भक्तगण तल्लीन है वहीं दूसरी ओर माता की साधना अपनी अपनी शक्ति अनुसार कर रहे हैं। कोई नौ दिनों तक चरण पादुका का त्याग कर दिए हैं तो कोई नशीली पदार्थों के सेवन से दूर हो गए हैं जितने भक्त उतनी माता की आराधना के तरीके इस बार देखे जा रहे हैं। कई भक्त नौ दिनों तक लगातार उपवास रखे हुए हैं तो कोई तीन दिनों जिनमें प्रथम स्थापना दिवस व पंचमी एवं महा अष्टमी को व्रत नियमों का पालन करने की प्रतिज्ञा किए हैं। मां शीतला महामाया प्रबंध समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न धीवर ने बताया कि जिला प्रशासन के करोना गाइडलाइन के नियमों का पालन करते हुए नवरात्र पर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है मां महामाया के प्रति हजारों श्रद्धालुओं के श्रद्धा के तार जुड़े हुए हैं। प्रतिदिन पहुंच रहे लोग इसका जीता जागता उदाहरण है जिस तरह से कमलक्षेत्र की संरचना कमल के पांच पंखुड़ी पर हुई है। उसी भांति इनके भक्त सभी जगह है। पर्वों में ज्योति कलश प्रज्ज्वलित करके माता के प्रति अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं इस बार हजार से भी पार पहुंच गया है ज्योति जलाने वाले भक्तगण के अलावा अन्य शहरों व गांवों से भी बड़ी संख्या में प्रतिदिन श्रद्धालु आ रहे हैं। मंदिर के पूर्व दिशा में स्थित मां चंडी मंदिर, चौबेबांधा रोड पर स्थित मां शक्ति मंदिर, संगम में कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर के द्वितीय गर्भ ग्रह में स्थित मां दुर्गा मंदिर आदि में भी ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए गए हैं जहां भक्तगण प्रतिदिन आकर दर्शन लाभ ले रहे हैं।