बैंक के कैशियर ने 5 करोड़ 59 लाख 68 हजार से अधिक रुपये का किया गबन,थाने में मामला दर्ज
”संजय चौबे”
रायपुर। राजधानी रायपुर के यूनियन बैक शाखा प्रियदर्शनीय नगर बैंक के कर्लक ने अपने रिस्तेदारों व अन्य साथियों के नाम से फर्जी एकाउंट खोलकर 5 करोड़ 59 लाख 68259 रुपये बैंक से गबन कर लिया। मामले की रिपोर्ट राजेन्द्रनगर थाने में दर्ज कराई गई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 409,420 के तहत अपराध कायम कर मामला दर्ज कर लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक सरोज कुमार टोप्पो पुत्र निर्मल टोप्पो आयु 49 वर्ष वर्तमान में यूनियन बैंक आफ इंडिया प्रियदर्शनी नगर शाखा रायपुर शाखा प्रबन्धक ने राजेन्द्रनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि 21.04.2022 को प्रियदर्शनीय नगर शाखा द्वारा करेंसी चेस्ट(Currency Chest) को remittance के लिए भेजने के लिए नकदी की गिनती की गई। तब ज्ञात हुआ कि 5,59,68,259/-(रूपये पांच करोड उनसठ लाख अइसठ हजार दो सौ उनसठ)का नकद कम है। किशन बघेल पुत्र वेणुगोपाल बघेल आयु 36 वर्ष निवासी मकान नंबर 25/381 जगन्नाथ नगर गुरू गोविंद सिंह वार्ड नंबर 14 रायपुर प्रियदर्शनीय नगर शाखा में दिनांक 31.08.2017 से प्रधान खजांची एंव क्लर्क के पद पर कार्यरत है।आरोपी किशन 25.03.2022 के बाद से लगातार बिना किसी पूर्व सूचना के अनधिकृत रूप से बैंक में अनुपस्थित हैं, तथा अपनी ड्यूटी पर नही आ रहे है। बैंक में शाखा द्वारा आरोपी से संपर्क करने उसका कुछ पता नही चल पा रहा है। 21.04.2022 को जब शाखा के नकदी लेन-देन का मिलान किया जा रहा था तो पाया गया कि राशि रू.5,59,68,259/-(रूपये पांच करोड उनसठ लाख अइसठ हजार दो सौ उनसठ)की नकदी कम है। बैंक के वर्तमान दिशा निर्देशों के अंतर्गत 10000 राशि से अधिक नकद कम(Cash Short) पाये जाने पर मामला कपट (Fraud) की श्रेणी में वर्गीकृत/घोषित किया जाता है। मामले में शाखा द्वारा उक्त सूचना दिनांक 21.04.2022 को प्राप्त होने पर क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर द्वारा प्रथमदृष्टया जांच हेतु हमारी प्रियदर्शनीय नगर शाखा में अधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया। शाखा द्वारा नकदी शेष(Cash Balance) की जांच करने पर पाया गया कि राशि रू.5,59,68,259/-(रूपये पांच करोड उनसठ लाख अइसठ हजार दो सौ उनसठ) नकदी की कमी की सूचना सही है। प्रारम्भिक जांच करने पर पाया गया कि शाखा के प्रधान खजांची किशन बघेल एंव अन्य खाता धारको (नीचे वर्णित) द्वारा आपराधिक आशय से षडयंत्रपूर्वक गलत तरीके से शाखा के नकदी शेष को सिक्को की संख्या में बढाकर गलत प्रविष्टि कर शाखा की नकदी को कपटपूर्ण तरीके से रुपये गबन किया गया। अधिकांशत: 10 रूपयें के सिक्को में बढोत्तरी हुयी। शाखा द्वारा strong room में रखे सिक्को के बाक्स का निरीक्षण करने पर राशि रू. 139099.00 के39704 सिक्के ही भौतिक रूप से पाये गए परिणामस्वरूप राशि रू. (रूपये पांच करोड उनसठ लाख अइसठ हजार दो सौ उनसठ) का नकद कम पाया गया। आगे जांच करने पर यह पाया गया कि 7 खातों मे दिनांक 25.03.2022 को संदेहास्पद तरीके से बड़ी संख्या में नकदी जमा की गई जिसमें से कुछ जमा पर्ची में या जमाकर्ता के हस्ताक्षर नही थे या फिर मूल खाताधारकों के हस्ताक्षर से भिन्न थे। यह भी पाया गया कि सभी जमापर्ची में प्राप्त नकदी रूपये मे दर्शित की गई थी जबकि नकद मिलान रजिस्टर में सिक्को के रूप में बढोत्तरी की गई थी। खाताधारक रूपाली बघेल के खाते मे दिनांक 25.03.2022 को राशि रूपये 3.00 लाख प्रियदर्शिनी नगर शाखा में राशि रूपयें 7.50 लाख पंडरी शाखा में नकद जमा किया गया साथ ही उसके खाते में कुछ अन्य खातों से दिनांक 24.03.2022 से 31.03.2021 के बीच बड़ी मात्रा में राशि अंतरित/जमा की गई है। यह भी ज्ञात हुआ है कि रूपाली बघेल श्री किशन बघेल कि रिश्तेदार है जिससे यह विश्वास करने का कारण पैदा होता है कि रूपाली बघेल के खाते मे जमा राशि ऊपर वर्णित तरीके से बैंक के अंतरित की गई है अत: बैंक द्वारा उक्त राशि को freeze कर दिया गया है एंव रूपाली बघेल के खाते में राशि रू.1,03,78,827.45(रूपयें एक करोड तीन लाख अठहतर हजार आठ सौ सत्ताईस पेसे पैंतालीस) शेष थे ।यह बताना समीचीन होगा कि रूपाली के खाते में शेष राशि का विनियोजन हेतु बैंक यथोचित कदम उठा रहा हे। उपरोक्त खाता धारको अतिरिक्त कुछ अन्य संदिग्ध खाता धारकों के खातो मे भी NEFT,RTGS UPI द्वारा बड़ी राशि अंतरित की गई है जो कि दूसरे अन्य बैंको के खाता धारक है परन्तु बैंक के लिये उक्त खातों मे उपलब्ध राशि ज्ञात कर पाना संभंव नही है चूकि उक्त राशि श्री किशन बघेल एंव उसके साथीगण द्वारा कपटपूर्ण तरीके से नकदी की गमन किया गया है।