आदिवासी समाज विधायक को जगाने गाजे बाजे के साथ किया अनोखा प्रदर्शन,आदिवासी समाज 7 सूत्रीय मांगों को लेकर कर रहा है प्रदर्शन
“नरेश भीमगज की रिपोर्ट”
कांकेर। चारामा में सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग के बैनर तले चारामा में गुरुवार को आदिवासी समाज के युवाओं ने अनोखा प्रदर्शन किया। पारंपरिक वेशभूषा में आदिवासी युवक-युवतियों ने हाथ में नारे लिखी तख्तियां पकड़ रखी थीं। इस पर गूंगा बहरा विधायक कुछ तो बोलो का स्लोगन लिखा था। ढोल-नगाड़े बजाते आदिवासी समाज के युवाओं ने रामप्रसाद पोटाई चौक से नेशनल हाईवे, सादर बाजार होते हुए विधायक निवास तक रैली निकाली समाज का आरोप है कि एक महीने में कई बार आवेदन-निवेदन देकर अपनी मांगें रख चुके हैं, लेकिन हमारे चुने जनप्रतिनिधि ही हमारी बात नहीं सुनते। सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग के अध्यक्ष योगेश नरेटी ने बताया कि छह महीने से हम आंदोलनरत हैं, एक साल से पेसा एक्ट के तहत में संशोधन की बात कह रहे है। छत्तीसगढ़ सरकार नहीं मान रही है। हमारे सभी आदिवासी विधायक आज तक विधानसभा सत्र में इन बातों को प्रमुखता से नहीं रखा। इसके चलते चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं। इसी के तहत हम आज विधायक को जगाने के लिए विधायक निवास तक आए हैं। वह गहरी नींद में सो रहे हैं, इसलिए बाजे-गाजे के साथ जगाने के लिए आए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, आज ढोल-नगाड़े बाजा बजाकर विधायक निवास के सामने प्रदर्शन किया गया है ताकि हमारे चुने जनप्रतिनिधि इसकी आवाज के साथ हमारी मांगों को भी सुनें। यह प्रदर्शन निरन्तर चलता रहेगा, जब तक विधानसभा चुनाव नहीं आ जाते हैं। कहा कि आदिवासी समाज सरकार से नाराज हैं, क्योंकि जो वादा उन्होंने किया था वो तोड़ा गया है। कोई काम नहीं किया गया है। आज हमारे विधायक सही काम करते तो आज हमें चुनावी मैदान में उतरने की जरूरत नहीं पड़ती। आदिवासी समाज 7 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहा है। समाज ने कहा कि अगर हमारी मांग पूरी नही होती है तो हम सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करेंगे। बस्तर संभाग में बस्तारिया बटालियन में स्थानीयों को 100% आरक्षण का प्रावधान है उसके लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर कानून बना लिए लेकिन बाकी विभागों के लिए स्थानीय भर्ती के लिए राज्य सरकार कानून लाये। छत्तीसगढ़ राज्य के अनुसूचित क्षेत्र के बस्तर संभाग एवं सरगुजा संभाग व कोरबा-पेंड्रा मरवाही जिला एवं अनुसूचित विकासखण्डों में संभाग / जिला कैडर के तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के पदों पर स्थानीय मूल निवासियों को भर्ती की जाए। पेसा कानून में संशोधन छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता की धारा 165 (6) (दो) के बाद दिए गए स्पष्टीकरण को विलोपित करते हुए पांचवी अनुसूची क्षेत्र में आदिवासियों की जमीन को गैर आदिवासियों द्वारा पट्टा पर लिए जाने की छुट को समाप्त किया जाए।इस अवसर पर जिला अध्यक्ष योगेश नरेटी, गौतम कुंजाम, अकबर कोर्राम, देवप्रसाद जुर्री, कमल कोर्राम, ब्लॉक अध्यक्ष सुरेंद्र जुर्री, संदीप सलाम, असवन कुंजाम, राकेश दर्रो, देवेंद्र दर्रो, लिकेश मंडावी, देवेंद्र मंडावी, घासी जुर्री, गौतम कावड़े, हेमलाल जुर्री, नागेंद्र कोमरा, भूपेंद्र गोटा, सुबोध कोर्राम, लोचन कोमरा, संतु नरेटी, लक्ष्मण कोर्राम, हेमंत जुर्री, लिशा जुर्री, मोनिका शोरी, दीपिका मंडावी, प्रतिभा कुंजाम, सरस पोया, ज्योति जुर्री, मोहन जुर्री, संदीप सेवता, शशिकांत कोमरा, बिसन बोगा, पियूष उसेंडी, मनोज सेवता, नागेश्वर कुमेटी आदि युवा प्रभाग के उपस्थित थे।