खबर का असर पंडित सुंदरलाल शर्मा चौक से फ्लेक्स हटे
“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम। शहर के हृदय स्थल बस स्टैंड स्थित पंडित सुंदरलाल शर्मा चौक पिछले 3 अगस्त तक बैनर पोस्टर से पट गया था। चबूतरा के चारों ओर सिर्फ विज्ञापन ही दिख रहे थे जिससे चौक की शोभा अशोभनीय हो गई थी। लोग इस दृश्य को देखकर शासन प्रशासन को कोसने लगे थे की अच्छे खासे चौक को विज्ञापन चौक बना दिया गया है। दूसरी ओर पंडित सुंदरलाल शर्मा छत्तीसगढ़ प्रदेश के आदि कवि तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे इस महापुरुष के प्रतिमा का अनावरण सन् 1982 में देश के राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने किया था तब प्रतिमा के पास चबूतरा बहुत चौड़ी आकार में थी किंतु धीरे-धीरे इनका आकार छोटा होता गया। बावजूद इसके इन्हें विज्ञापनों से बार-बार पाट दिया जाता है। बताना होगा कि यह विज्ञापन लगाने वाला पढ़े लिखे विद्वान व्यक्ति ही होते हैं सस्ती लोकप्रियता के फेर में उन्हें सिर्फ पंडित सुंदरलाल शर्मा चौकी दिखती है जो चिंता का कारण बन गया है जिस पर चिंतन करते हुए द पोपटलाल डॉट इन न्यूज़ ने 3 अगस्त के अंक में पंडित सुंदरलाल शर्मा चौक विज्ञापन से पटा शीर्षक में प्रमुखता के साथ समाचार प्रकाशित किया। प्रकाशन पश्चात स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गए और वहां जितने भी फ्लेक्स लगे हुए थे सभी को समाचार छपते ही आनन-फानन में तुरंत हटा दिया गया। हटाने से चौक की शोभा बढ़ गई परंतु चबूतरा के स्तंभ पर अभी भी पंपलेट चिपके हुए हैं जो इनकी सुंदरता को बिगाड़ रहे हैं। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि कम से कम पंडित सुंदरलाल शर्मा चौक को विज्ञापन से दूर रखा जाए और इस महापुरुष के चौक कि साफ सफाई निरंतर होनी चाहिए।