बटंग गांव की गौठान में चारा पानी की अकाल,चारो ओर मृत गायों की फैली लाश
पाटन। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गांव से लगे ग्राम पंचायत बटंग में प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना गौठान उदासीनता की भेंट चढ़ गई है। गौठान किसी काम की नहीं रह गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकार बनते ही ग्रामीणों के विकास के लिए गौठान योजना शुरू किया। परंतु प्रदेश सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट गौठान योजना उदासीनता की भेंट चढ़ गई है।
ग्राम पंचायत बटंग में गौठान ने साल भर में ही अब अपना अस्तित्व तलाशने लगी है। गांव में लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी मवेशियों की हालत खराब हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि गौठान में चारों ओर अव्यवस्था का आलम है। यहां न तो चारा की व्यवस्था है और ना ही पानी की व्यवस्था है। बटंग की गौठान में चारा पानी की कमी के कारन चारो ओर मृत गायों की लाश पड़ी है। इसके निगरानी करने वाले इस मामले में मौन है। और गांव के सारपंच भी इस मसले को सुधारने में असफल है। ऐसे में गौधन न्याय योजना के संचालन को लेकर भी अब सवाल उठने लगे हैं।