गोमे की घटना को ले अबुझमाड़िया समाज ने एसडीएम के नाम सौंपा ज्ञापन,न्यायिक जांच की मांग रखी
“नरेश भीमगज की रिपोर्ट”
कांकेर। नारायणपुर जिले के ग्राम के गोमे जंगल हुए मुठभेड़ को जहाँ पुलिस एक बड़ी सफलता बता रही तो वहीं परिजन व आदिवासी समाज के लोग इसे फर्जी मुठभेड़ बता रहे है।जिसको लेकर आज सैकड़ो ग्रामीण लामबद्ध होकर शुक्रवार को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को ज्ञापन सौंप इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।ज्ञात हो कि पिछले सप्ताह शनिवार को नारायणपुर जिले के ग्राम पंचायत अदनार के आश्रित ग्राम कुड़कुंज व काकनार के दो माड़िया आदिवासी युवकों को नक्सली बता मुठभेड़ में मार गिराने के दावे को मृतक के परिजनों व समाज के लोगो ने फर्जी बताते हुए आज बड़ी संख्या में परिजनों के साथ मिलकर तहसीलदार को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के नाम ज्ञापन सौंपा है जिसमें उन्होंने बताया है कि हमेशा की तरह ही काकनार व कुड़कुंज के ग्रामीण शुक्रवार को कोयलीबेड़ा बाजार दैनिक उपयोगी सामान खरीदने आये हुए थे शुक्रवार को देर होने के कारण व जंगली पहाड़ी पगडण्डी सड़क होने के कारण सभी ग्रामीण ग्राम गोमे में रात बिताने के बाद शनिवार की सुबह 6.30 बजे वापस अपने गांव लौट रहे थे जिन्हें ग्राम गोमे निवासी पुनेश मण्डावी, शोभी मण्डावी, हीरालाल उसेंडी ने जाते हुए देखा। हालेमाड़ जंगल के बीच में सभी काकनार निवासी ग्रामीणों को बीएसएफ व डीआरजी की संयुक्त टीम द्वारा रोका गया एवं उनमें से महिलाओं को अलग कर उन्हें वापस गोमे भेज दिया गया। जिसके बाद कानाराम वेड़दा व मोड़ाराम पद्दा को नक्सली बता मार दिया गया उन्होंने ज्ञापन में यह भी बताया है कि जिसकी न्यायायिक जांच की मांग परिजनों, ग्रामीणों व समाज के लोगों ने किया है।*मृतकों के साथ बाजार आये परिजन ने बताया आपबीती*घटना के बाद से ग्राम कुड़कुंज व काकनार में तनाव की स्थिति बनी हुई है नारायणपुर व कांकेर जिले के समाज के लोग भी इस घटना को फर्जी बताते हुए लामबद्ध हो गये है आज परिजनों ने समाज के लोगों के साथ मिलकर अपनी आप बीती सुनाई जिसमें उन्होंने बताया कि शुक्रवार को ग्राम काकनार से लगभग सात लोग कोयलीबेड़ा बाजार आये हुए थे जिसमें मृतक कानाराम वेड़दा पिता झिरंगु राम 23 वर्ष, मोड़ा राम पद्दा पिता अड़वेराम पद्दा, महिलाओं में मृतक की माता पण्डेराम पद्दा, बुली वेड़दा व इतवारी वेड़दा, चैते बाई पद्दा, सीमा पद्दा सभी काकनार निवासी उस दिन मौजूद रहे।*घटना स्थल का ग्रामीणों व समाज के लोगों व पत्रकारों ने किया मुवायना*ग्रामीणों ने ज्ञापन में यह भी लिखा है कि घटना के बाद सोमवार व मंगलवार को ग्रामीणों व सामाजिक लोगों के द्वारा घटना स्थल पहुँचने पर वहां मृतकों के कई सामान मिले है जिसमें मृतक के गले मे पहना हुआ माला जिसका मोती जमीन पर टूटा हुआ मिला साथ चप्पल जिसे पहनकर निकले थे गमछा व 6 गोली जोकि जमीन पर धसी हुई मिली है।ज्ञापन सौपने वालो में नारायणपुर जिले के अबुझमाड़िया समाज के अध्यक्ष रामजी ध्रुव, जयलाल नुरेटी, सुक्कू कुरेटी,मसियाराम कुरेटी, निर्मला उईके जनपद सदस्य, चैनु पद्दा सरपंच, मनीराम पद्दा, सहदेव, दानसाय,सन्नूराम, सुखलाल, दयाराम, सुखराम पद्दा,सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंप इस मामले की जांच की मांग की है।इस मामले में पखांजू एसडीएम श्री पैंकरा ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है तहसीलदार को इसकी जानकारी होगी मेरे तक कोई ज्ञापन नहीं पहुंचा है।इस सबन्ध में तहसीलदार कुलदीप ठाकुर से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि मैं किसी काम से बाहर था तो बाबू को ज्ञापन दिया गया है एसडीएम तक ज्ञापन नहीं पहुँचा है।