भारतीय जनता पार्टी का आंदोलन राजनीतिक नौटंकी: कांग्रेस
”वैभव चौधरी की रिपोर्ट”
धमतरी। कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के जेल भरो आंदोलन को राजनीतिक नौटंकी बताते हुए कहा कि भाजपा के आंदोलन को जनता ने नकार दिया।
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शरद लोहाना, पूर्व अध्यक्ष मोहन लालवानी ने कहा कि जनता भाजपा की इस राजनैतिक हठ धर्मिता के कारण परेशान होती रही। भाजपा के इस असफल आंदोलन से एक बात साफ हो गयी कि छत्तीसगढ़ में भाजपा खत्म हो चुकी। भाजपा आंदोलन करना तो चाहती है, लेकिन उसके पास कांग्रेस सरकार के खिलाफ मुद्दे नहीं बचे हैं. इसीलिए वह जनता को गुमराह करने काल्पनिक मुद्दे पर आंदोलन करने को बाध्य हुई। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जिस नियम का 15 साल तक भाजपा पालन करवाती थी. विपक्ष में उसे बेशर्मी पूर्वक अलोकतांत्रिक बता रही है। भाजपा के पास किसान, मजदूर ,युवा ,एससी, विकास के काम रोजगार जैसे जनसरोकारों के मुद्दे कांग्रेस राज में नहीं बचे है। भूपेश सरकार से प्रदेश का हर तबका खुश है। उन्होंने ने कहा मजबूरी में भाजपा ऐसे नियम की आड़ पर आंदोलन की नौटंकी कर रही है, जो नियम भाजपा सरकार के समय से छत्तीसगढ़ में लागू है। भाजपा धरना प्रदर्शन के लिए अनुमति लेने की अनिवार्यता का विरोध कर रही, जबकि धरना प्रदर्शन आयोजन के लिए पूर्व अनुमति लेने का नियम भाजपा सरकार के समय से है।उन्होंने ने कहा कि भाजपा की रमन सरकार ने राजनैतिक प्रदर्शन के अलावा धार्मिक और निजी मांगलिक कार्यक्रमों की अनुमति लेने का नियम बनाया हुआ था।रमन राज में अखंड रामायण और बारात निकालने की अनुमति लेने का नियम था। भाजपा सरकार इन आयोजनों औरकी अनुमति 17 से ले कर 23 बिंदुओं के शर्तों के साथ देती थी।कांगेस ने कहा कि प्रदर्शन, आंदोलन, आयोजन की अनुमति के लिए शर्तों के साथ अनुमति नियम भी भाजपा ने बनाया 15 साल पालन भी किया। अब विरोध भी कर रहे है, जिससे भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर हो रहा है।भाजपा जिस नियमों के पालन के जारी निर्देश पर सवाल खड़ा कर आंदोलन कर जनता में भ्रम फैला रही है, उन नियमों को खुद रमन सरकार के द्वारा पालन करवाया जाता था। राजनैतिक, सामाजिक, कर्मचारी वर्ग के द्वारा धरना प्रदर्शन के लिये जो अनुमति दी गयी है, उसको उन्हीं नियमों शर्तों के साथ दी गई है, जो 22.04.2022 को हमारी सरकार के द्वारा जारी निर्देश में है। उन्होंने ने कहा कि जो नियम यूपी में लागू है, जो नियम दिल्ली में लागू है, जो नियम गुजरात में लागू है, लगभग देशभर में लागू है. उसी नियम के लिये छत्तीसगढ़ में जारी निर्देश पर भाजपाई बेशर्मीपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं।