शिक्षा विभाग में खेल समाग्री वितरण में बड़ा खेल, डीईओ को भी नही पता कितने का मिला एक स्कूल को खेल समाग्री

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“दीपक ठाकुर की रिपोर्ट”

कवर्धा। शिक्षा विभाग में खेल समाग्री वितरण में बड़ा खेल हुआ है। इस बार शिक्षा विभाग में खेल समाग्री वितरण के नाम पर लाखों का बड़ा घोटाला हुआ है। जिले के सभी प्राथमिक शाला व पूर्व माध्यमिक शाला में खेल सामग्री वितरण हो गया लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी को कितने का खेल समाग्री किट आया है यह तक जानकारी नही है।बेसुध जिला शिक्षा अधिकारी के ढुलमुल रवैये के कारण जिले के प्राथमिक शाला व पूर्व माध्यमिक शाला में पढ़ाई करने वाले बच्चों को अच्छे क्वालिटी के खेल समाग्री का लाभ नही मिल पा रहा है। जबकि पढ़ाई के साथ साथ खेल भी उतना ही आवश्यक है, राज्य सरकार बच्चों के पढ़ाई के साथ खेल पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। लेकिन स्कूलों में खेल समाग्री सप्लाई करने वाले ने बड़ा खेल खेला है और लाखों का घोटाला किया है। निम्न क्वालिटी का खेल समाग्री सप्लाई सीधे शिक्षा विभाग से सप्लाई किया गया है। करीब 9 प्रकार के खेल समान इतने अधिक छोटे है कि बच्चे खेल भी नही पाएंगे वही शिक्षा विभाग कई खेल समान तो एक ही बार मे खराब हो जाएंगे। इस बार खेल गढ़िया के नाम पर शिक्षा विभाग में बड़ा खेल हुआ है। *जिला शिक्षा अधिकारी को नही पता कितने का किट*खेल समाग्री का वितरण सीधे शिक्षा विभाग यानी रायपुर से सप्लाई हुआ है। लेकिन जिले के स्कूलों में वितरण की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की थी। मजे की बात यह है कि जिला शिक्षा अधिकारी व न तो किसी भी बीईओ को यह खेल समाग्री कीट कितने का है यह तक पता नही है। जबकि ठेकेदार यदि समान विभाग में छोड़ता है तो बिना रिसीवड व बिल के कैसे यह समान रख लेते है और अधिकारी बिना क्वालिटी के जांच के खेल समाग्री की वितरण कर देते है।वर्सन,,,बीईओ में किसी ने खेल समान लाकर छोड़ा था, जिसे स्कूलों में सप्लाई कर दिया गया है। यह सीधे ऊपर से आया था। कितने का एक किट है इसकी जानकारी मुझे नही है।एमके गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी, कबीरधाम।

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