महानदी मे पुन्नी स्नान हेतू पानी छोडने भाजयुमो अध्यक्ष व पूर्व सभापति ने ने किया मांग
‘‘वैभव चौधरी की रिपोर्ट”

धमतरी। मांघी पुन्नी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में सुबह-सुबह नदी में स्नान करने की प्राचीन परंपरा वर्षों से चली आ रही है विशेषकर महिलाएं पूरी आस्था व श्रद्धा के साथ डुबकी लगाते हुए दीपदान करती हैं जिसे बहुत ही शुभ व पुण्य कार्य माना जाता है क्षेत्र में भी रुद्री का रुद्रेश्वर तथा देवपुर में डोगापथरा पथरा मे लगने वाला मांग पूर्णिमा मेला तथा नदी तट के गांवों में श्रद्धालु एवं भक्तजनो के द्वारा उक्त स्नान कर धार्मिक अनुष्ठान में सम्मिलित होने की परंपरा चली आ रही है लेकिन समय के साथ ही तथा विशेषकर रेत उत्खनन की हवस ने उक्त धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाते हुए अवरोध खड़ा कर दिया है। इसी भावनाओं को आगे बढ़ाते भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष विजय मोटवानी तथा नगर निगम के पूर्व सभापति राजेंद्र शर्मा कलेक्टर एल्मा से मांग की है कि आज ही गंगरेल बांध से नदी में पानी का प्रवाह छोड़ा जाए जिससे मांगी पुन्नी मेला की सार्थकता सिद्ध होते हुए क्षेत्र में धर्म-कर्म की भावना का संचार हो राजेंद्र शर्मा ने आगे कहा है कि रुद्री तथा डोंगा पथरा में लगने वाला मेला क्षेत्र की पहचान है इसे तथा मान्य परंपराओं, मान्यताओं को आस्था व श्रद्धा के साथ आगे बढ़ाना हम सबका धर्म है। वही पार्षद विजय मोटवानी ने कहा है कि हमारे शास्त्रों में नदी स्नान कर दान पुण्य देने की बातों का उल्लेख समाहित है और यही मानव जीवन में पुणे लाभ देते हुए सुख शांति व समृद्धि का संचार करती है।