कूटरचित और फर्जी कागजात तैयार कर दूसरे की जमीन को अपने नाम करायी ,तीन के खिलाफ अपराध दर्ज
रायपुर। करोड़ों की जमीन को कुटरचित तथा फर्जी कागजात तैयार कर हड़प लेने की रिपोर्ट पर धरसींवा थाने में दर्ज कराई गई है। मामले में पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ 20 जून को 2022 को धारा 34,120 बी,420,468 तथा 471भा.द. सं. के अंतर्गत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक ज्योति अग्रवाल 66 वर्ष पति स्व.राधे गोपाल निवासी अनु स्टील, भैंसथान रोड रायपुर ने धरसींवा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि प्रार्थिया अपने पोते ग्राम गिरौद पटवारी हल्का न0 22 अंर्तगत खसरा नं0 635/29 रकबा 0.506 हेक्टेयर खसरा नंबर 635/30 रकबा 0.465 हे. कुल रकबा 0.971 हे. भूमि मेरे नाम पर पंजीकृत हैं मैं उपरोक्त भुमि को नंदी बाई गिरौद वगैरह एंव अनुप ढीमर गिरौद से वर्ष 2010 में क्रय की थी उक्त भूमि को मैने किसी के पास विक्रय नही किया हैं किन्तु मेरी उक्त भूमि को मंदीप सिंह गिल ने मेरा फर्जी हस्ताक्षर कर गवाह बलजीत सिंह चावला, तजेंद्र सिंह सलुजा के साथ षडयंत्र कर 01.06.2013 को फर्जी तरीके से अपने नाम पर रजिस्ट्री करवा लिया हैं।उक्त भूमि मैंने अपने नाबालिग पोता शरण अग्रवाल के लिए क्रय की थी ताकि उसके बालिग होने पर यह भूमि उसके काम आवे परन्तु मंदीप सिंह गिल ने बलजीत सिंह चावला एवं तजेंद्र सिंह सलूजा के साथ मिलकर मेरी फर्जी हस्ताक्षर कर कूटरचित विक्रय विलेख का निष्पादन करके उक्त भूमि को अपने नाम पर पंजीयन करा लिया गया है।पंजीयन कार्यालय से प्राप्त रजिस्ट्री दिनांक 01.06.2013 की प्रतिलिपि इस शिकायत पत्र के साथ संलग्न है। यह कि उपरोक्त विक्रय विलेख केनिष्पादन के सम्बन्ध मेंमंदीप सिंह गिल द्वारा कोई भी राशि का भुगतान मुझे नहीं किया गया है और न ही वह मंदीप सिंह गिल, बलजीत सिंह चावला एवं तजेंद्र सिंह सलूजा को नहीं जानती न ही कभी उनसे मिली है। मंदीप सिंह गिल, बलजीत सिंह चावला एवं तजेंद्र सिंह सलूजा द्वारा स्वयं के लगभग के लिए मेरी संपत्ति को छलकपट तथा कूटरचित विक्रय विलेख से हड़प ने का आपराधिक षड़यंत्र रचा गया है।