सीएमएचओ ने तेज की सालों से लंबित जांच की कार्रवाई

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”दीपक ठाकुर की रिपोर्ट”

कवर्धा।जिला अस्पताल में जीवनदीप समिति व अन्य अनेक आर्थिक अनियमितता के सम्बंध में अस्पताल के स्टीवर्ड सागर सिंह राजपूत को निलंबित कर जांच किया जा रहा था। उनके ऊपर नियम विरुद्ध कार्य करते हुए आर्थिक अनियमितताओं के अनेक शिकायतों के चलते जांच टीम द्वारा जांच किया गया। इस बीच राज्य की ओर से राजपूत का सस्पेंशन हटाकर कार्य में वापसी कर दी गई और कहा गया कि उन्हें वित्तीय व स्टीवर्ट के कार्यों से आगामी आदेश तक पृथक रखा जाए।
दरअसल सागर राजपूत के खिलाफ शिकायत के उपरांत जून 2019 में तत्कलीन कलेक्टर के निर्देश पर अतिरिक्त कलेक्टर द्वारा जांच की गई, जिसमें दोषी पाए जाने के बाद राजपूत को पद से पृथक (निलंबित) करके सम्पूर्ण जांच जारी रखा गया।इनके पश्चात मार्च 2021 को डिप्टी कलेक्टर, सिविल सर्जन , आर एम ओ, जिला कोषालय अधिकारी व जीवन दीप समिति के वरिष्ठ सदस्य की 5 सदस्यीय टीम द्वारा विस्तृत जांच करवाया गया, जिसमें पुनः राजपूत को दोषी पाया गया। जांच में अनेक अन्य मुद्दों पर भी सम्बन्धित के खिलाफ शिकायत प्राप्त हुए, जिसके लिए अलग-अलग जांच समितियों द्वारा जांच करके रिपोर्ट्स शासन को सौपे गए। इस बीच राजपूत की बहाली कर सीएमएचओ ऑफिस में अटैच करके कार्य लिया जा रहा था, लेकिन हाल ही में सम्भागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं, रायपुर सम्भाग द्वारा पत्र जारी कर आरोपों का सम्पूर्ण जांच करने व रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए सीएमएचओ को निर्देशित किया गया है। सम्भागीय संयुक्त संचालक द्वारा सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक कबीरधाम को प्रतुतकर्ता अधिकारी बनाया गया है।राजपूत लोहारा अटैच, आरोप पत्र जारी
सीएमएचओ डॉ सुजॉय मुखर्जी ने संभागीय संयुक्त संचालक के पत्र को गम्भीरता से लेते हुए सम्बन्धित स्टाफ सागर राजपूत को लोहारा अटैच कर आरोप पत्र जारी कर दिया गया है। उन्होंने हर बिंदु पर जांच आरम्भ कर दिया है। उन्होंने बताया कि बहरहाल बहुत सारी गड़बड़ियां सामने आ रही हैं और सागर राजपूत के कार्य में काफी गम्भीर लापरवाही स्पष्ट दिख रही हैं। डॉ मुखर्जी ने जल्द से जल्द जांच पूर्ण करके रिपोर्ट शासन को सुपुर्द करने की जानकारी दी।

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