भूलकर भी किसी का अपमान ना करें: दीदी गीता गोस्वामी
”संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम । शहर के वार्ड क्रमांक 14 में चल रहे श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ सप्ताह के प्रथम दिन कथा वाचिका दीदी गीता गोस्वामी ने भगवान विष्णु के 24 अवतारों का वर्णन करते हुए कहा कि जब-जब पृथ्वी पर कोई संकट आता है तो भगवान अवतार लेकर उस संकट को दूर करते हैं। भगवान शिव और भगवान विष्णु ने कई बार पृथ्वी पर अवतार लिया है। भगवान विष्णु के 24 वें अवतार के बारे में कहा जाता है कि‘कल्कि अवतार’के रूप में उनका आना सुनिश्चित है।
उनके 23 अवतार अब तक पृथ्वी पर अवतरित हो चुके हैं। इन 24 अवतार में से 10 अवतार विष्णु जी के मुख्य अवतार माने जाते हैं। यह है मत्स्य अवतार, कूर्म अवतार, वराह अवतार, नृसिंह अवतार, वामन अवतार, परशुराम अवतार, राम अवतार. कृष्ण अवतार, बुद्ध अवतार, कल्कि अवतार। उन्होंने आगे कहा कि संत वही है जो जनकल्याण का काम करते हैं। मनुष्य को भूलकर भी किसी का अपमान नहीं करना चाहिए। इस दुनिया में सबका स्थान बराबर है। ईश्वर ने सबको हवा, पानी, धरती, आकाश, अग्नि यह पांच तत्व बराबर रूप से प्रदान की है। हमारा शरीर भी इन्हीं पांच तत्वों से मिलकर बना हुआ है। हम सब ईश्वर के अंश है रामचरित्र मानस में भी कहा गया है ईश्वर अंश जीव अविनाशी। तो फिर भेद किसलिए? तेरा मेरा मेरा तेरा करते करते हमारा समय बीतता जा रहा है। जबकि यह कीमती समय हमें अच्छे कर्म करने के लिए मिला है। कहते हैं कि जब हम मां के गर्भ में थे तब ईश्वर से प्रार्थना किया था कि भगवान हमें मृत्युलोक का दर्शन करा दीजिए वहां जाने के बाद सिर्फ आपके ही नामों का स्मरण करते रहेंगे लेकिन यह दुनिया तो माया से रचित है जीव धरती में आने के बाद सब कुछ भूल जाता है परंतु भागवत महापुराण मनुष्य को अच्छे कर्म की ओर प्रेरित करता है। दीदी गीता गोस्वामी आगे कहा कि दुनिया में सात व्यक्ति अजर अमर है जिनमें अश्वत्थामा, राजा बलि, वेदव्यास, विभीषण, हनुमान, कृपाचार्य और परशुराम है। उन्होंने परीक्षित जन्म प्रसंग की भी चर्चा की तथा आगे कहा कि वर्तमान में अंधाधुन विदेशी संस्कृति के चंगुल में फंसते जा रहे हैं जबकि विदेश के लोग भारतीय संस्कृति को अपना रहे हैं। हमारी संस्कृति सनातन परंपरा का बोध कराती है। पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति की बोलबाला है ऐसे में संस्कृति और संस्कार जीवन जीने की कला सिखाती है। इस मौके पर बड़ी संख्या में सुरक्षा के उपस्थित थे साथ ही धार्मिक भजनों से भक्तगण झूम रहे थे।