लगातार बारिश होने से दिनचर्या अस्त-व्यस्त सुखते खेतों को मिला पानी
“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम। अंचल में तीन-चार दिनों हो रही लगातार बारिश से लोगों की दिनचर्या अस्त व्यस्त हो गई है। बारिश के कारण लोग अपने दैनिक कार्य ठीक से नहीं कर पा रहे हैं। आज मंगलवार को सुबह तो मौसम 7:00 बजे के बाद खुश्क रहा। 4 घंटे तक लोगों ने अपने काम किए, उसके बाद 12:30 बजे से पानी गिरना शुरू हुआ तो शाम को समाचार लिखे जाने तक लगातार वर्षा हो रही थी। बारिश होने से शहर पानी पानी हो गया है। सड़कों पर पानी भरा हुआ है हर जगह जाम की स्थिति देखने को मिल रही है खासतौर से सड़क पर गड्ढे बने हुए हैं शहर के ही शिवाजी चौक के पहले बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं जिस पर पानी भरने के कारण सड़क को सपाट समझ कर गाड़ी रफ्तार चला दे रहे थे और जैसे ही गड्ढे में गाड़ी जाती उसके बाद गिरकर चोटिल हो रहे थे यह दृश्य आम हो गया था। इसी तरह से महामाया चौक के पास भी बने हुए गड्ढे तथा बैंक ऑफ बड़ौदा के पास सड़कों के किनारे पानी भर गया था तथा सड़क भी लगाता टूट रहे हैं और गड्ढे में तब्दील हो रहे हैं। शहर के हृदय स्थल पंडित सुंदरलाल शर्मा चौक के पास तो छोटे बड़े गड्ढों का अंबार हो गया है यहां पर भी लोग सावधानी से चल रहे थे तनिक भी अनदेखी से गिरना सहज हो गया था। बता देना जरूरी है कि पिछले 21 सालों में शहर की सड़कों की जर्जर हालत पहली बार हुई है लोग हैरत में है सड़क मरम्मत करने वाली पीडब्ल्यूडी विभाग इस ओर ध्यान क्यों नहीं दे रहे हैं। वैसे भी राजिम प्रयाग नगरी है जिसके कारण देश विदेश के लोग बड़ी संख्या में दर्शन पूजन स्नान दान एवं अनुष्ठान के लिए हमेशा आना-जाना करते हैं लेकिन वह भी सड़कों की स्थिति को देखकर कोसते हुए वापस घर चले जाते हैं। यह देश के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक माना गया है। मंगलवार को ईद एवं विश्व आदिवासी दिवस के नाम स्कूलों में छुट्टी रही जिसके कारण बच्चे घरों में ही रहे यदि स्कूल आते तो उनका भीगते हुए घर जाना निश्चित था। ऐसे में बरसते हुए पानी से भीगने के कारण उनकी तबीयत भी खराब हो सकती थी परंतु छुट्टी के कारण यह स्थिति ही निर्मित नहीं हुई। मौसम विभाग की माने तो अभी लगातार बारिश की चेतावनी दी जा रही है। नदी का जलस्तर भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है जानकारी के मुताबिक कहीं कोई जान माल की हानि का समाचार नहीं मिला है। पसरा बाजार में भींगते हुए सब्जी बेचने बैठे रहे महामाया चौक स्थित पसरा बाजार में बरसते हुए पानी में सब्जी विक्रेता छाता तानकर बैठे हुए थे। सुबह थोक मंडी से सब्जी तो जरूर खरीद कर ले आए थे उसे बेचने के लिए बरसते हुए पानी में बैठना पड़ा। पूरी बाजार पर विक्रेता ही बैठे रहे इक्का-दुक्का खरीददार पहुंचे अंततः विक्रेताओं को अपने सब्जी समेटकर घर ले जाना पड़ा क्योंकि यह कच्चा समान है एक-दो दिन रखने के बाद खराब हो जाते हैं इसलिए इनका तुरंत उपयोग होना जरूरी होता है। नगरवासी अरसे से पक्का पसरा बाजार की मांग कर रहे हैं परंतु शासन प्रशासन अभी तक इस दिशा में कोई सकारात्मक कार्य नहीं किया है इस दौरान भाजपा और कांग्रेस दोनों की सत्ता आई परंतु किसी ने अभी तक ध्यान नहीं दिया है यह चिंता का कारण बनी हुई है नतीजा मजबूरी में विक्रेता बरसते पानी में भी छाता तानकर बैठने को मजबूर है।सूखते खेतों को मिला पानी कुछ दिन पानी नहीं गिरने के कारण खेत सूख चुके थे रोपा, बियासी, निंदाई का काम जोर पकड़े हुए थे। आज भी खेतों में काम करने वाले लोग बड़ी संख्या में पहुंचे हुए थे परंतु 12:30 बजे पानी गिरने के बाद कई लोग भीगते हुए वापस घर आए तो कुछ लोग मनकापड़ ओढ़कर काम करते रहे और 2:00 बजने के बाद ही वापस घर पहुंचे। पानी गिरने के कारण अब खेतों को भरपूर पानी मिल रहा है इससे किसान खुश है। इसी तरह से दो-तीन दिन के अंतराल में लगातार पानी गिरता रहे तो किसानों को अपने खेतों की सिंचाई के लिए पानी की कमी नहीं होगी। बढ़ा वायरल फीवर का प्रकोप लगातार हो रहे मौसम में बदलाव के कारण वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ गया है लोग सीधे अस्पतालों में जाकर गोलियां खा रहे हैं। वही उल्टी दस्त की भी शिकायत मिली है बताया गया कि दस्त होने पर तुरंत डॉक्टरों से संपर्क किया जा रहा है वही गांव के मोहल्लों में भी प्रदेश सरकार के द्वारा मितानिन की नियुक्ति की गई है। मितानिन के पास प्राथमिक उपचार के सारे दवाइयां उपलब्ध हो रहे हैं जिससे लोग जाकर सीधे लाभान्वित हो रहे हैं। जिस तरह से दुरुस्ती इलाकों में प्रदेश सरकार के द्वारा बजाज क्लिनिक योजना संचालित है उसी तरह से गांव-गांव में भी यह योजना चले तो लोगों को रस्ते में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होगी।