पानी नहीं गिरने से खेत सूखे ,किसान चिंता में डूबे, नहरों से शीघ्र पानी देने की उठी मांग
“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम। पिछले 12 दिनों से पानी नहीं गिरने के कारण खेतों में दरारे आ गई है खेत सूख चुके हैं तथा अब पौधे भी झुलस रहे हैं यही स्थिति रही तो किसान मुश्किल में पड़ सकते हैं एन सावन माह में यह स्थिति किसानों के लिए पहाड़ टूटने जैसी हो गई है। बता देना जरूरी है कि पूरा राजिम अंचल कृषि के ऊपर आधारित है। बड़ी संख्या में धान के पौधे लगाए जाते हैं तथा इनसे जो उपज प्राप्त होती है इन्हीं से ही लोग गुजर-बसर करते हैं यहां के लोग किसानी की ऊपर ही निर्भर है। अभी किसान मात्र धान के पौधे लगाए हैं और ऊपर से पानी आना बंद हो गया है नाहर सूखे हैं यहां तक की नहरों की साफ-सफाई भी ठीक से नहीं हो पाई है और तो और इधर चौबेबांधा, सिंधौरी, बरोंड़ा सहित दर्जनों गांव में नालिया साफ नहीं है बड़े-बड़े घास उग आए हैं। चौबेबांधा पिछले 2 सालों से नाहर नाली का निर्माण किया जा रहा है पक्का नाली निर्माण की आवाज में गुणवत्ता हीन कार्य होने से किसान नाराज है अधिकारी मौन है तथा जनप्रतिनिधि उदासीन है। इससे कब नाली का निर्माण पक्का हो पाएगा कुछ कहा नहीं जा सकता। अब जब पानी नहीं गिर रहे हैं तब किसानों की चिंता और बढ़ गई है क्षेत्र के किसान शीघ्र नहर में पानी देने की मांग कर रहे हैं। यदि इसी तरह से मौसम की बेरुखी बनी रहे तो खेत की फसल पूरी तरह से सूख जाएंगे अन्नदाता किसान की चिंता बढ़ती जा रही है परंतु इस दिशा में अभी तक किसी ने कोई पहल नहीं किए हैं। किसानों ने शीघ्र नहर से पानी सिंचाई के लिए देने की मांग की है।