आमापारा में रामायण पर द्वादश ज्योतिर्लिंग पर दिए व्याख्यान

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“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”

राजिम। शहर के आमापारा में भोलेनाथ मंदिर के पास श्रावण मास के अवसर पर महादेव का रुद्राभिषेक किया गया। मोहल्ले के श्रद्धालु बड़ी संख्या में सुबह से ही मंदिर प्रांगण में उपस्थित हुए और रुद्राभिषेक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस मौके पर शाम को मोर मयारू मानस परिवार गुदगुदा जिला धमतरी के द्वारा रामायण की प्रस्तुति दी गई। व्याख्याकार प्रेम लाल साहू द्वादश ज्योतिर्लिंग पर विस्तार से व्याख्या किया। उन्होंने बताया कि महादेव शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवताओं में से एक है। उन्होंने सृष्टि की रक्षा के लिए हलाहल विष पीकर जगत कल्याण का काम किया और उनका नाम नीलकंठेश्वर नाथ महादेव पड़ गया। उन्होंने बाबा कुलेश्वर नाथ महादेव का वर्णन करते हुए कहा कि यह दिव्य लिंग दुनिया में कहीं नहीं मिलेगा इनके दर्शन करना कोटी लिंगों की दर्शन के बराबर माना जाता है इसलिए जब भी महादेव की शरण में जाए मुख में पंचाक्षरी मंत्र ऊं नमः शिवाय होना अति आवश्यक है। त्रेता युग में वनवास काल के दौरान जगत जननी माता सीता ने रेत से इनका निर्माण किया गया जिस तरह से रामचंद्र जी ने रामेश्वरम में रामेश्वर महादेव की स्थापना किया है। उन्होंने सावन माह में किस तरह से महादेव की आराधना करना चाहिए विस्तार पूर्वक बताया। इस मौके पर प्रमुख रूप से राजा साहू, विनोद सोनकर, ललित सोनकर, गेंदू पटेल, अनुराग सेन, शारदा देवांगन, शुभम शर्मा, मनीष पटेल समेत अनेक लोग उपस्थित थे।

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