तीन जनवरी से लगेगा 15 से 18 साल तक की उम्र के बच्चों को कोविड का टीका,सार्वजनिक स्थानों में मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, कोविड अनुरूप व्यवहार पर दिया जोर
धमतरी । पूरे प्रदेश सहित ज़िले में आगामी तीन जनवरी से 15 से 18 साल की आयु के बच्चों को कोविड 19 का टीका लगाया जाएगा। ज़िले में इस आयु वर्ग के 48 हजार 396 बच्चे हैं। इन्हें को वैक्सीन का टीका लगाया जाना है। कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने आज एक जरूरी बैठक लेकर इसके लिए कार्ययोजना बनाते हुए लक्षित आयु के शत-प्रतिशत बच्चों को टीका लगाने पर ज़ोर दिया है। उन्होंने इसके लिए ब्लॉकवार हाई तथा हायर सेकेंडरी स्कूल, उनमें दर्ज लक्षित आयु वर्ग के बच्चे, वैक्सिन की उपलब्धता, टीकाकरण के दौरान पानी, बिजली, बैठक व्यवस्था, मानव संसाधन जो इसमें लगेंगे, सभी को ध्यान में रख प्लानिंग करने कहा है। इसके साथ ही फ्रंट लाइन वर्कर्स, हेल्थ वर्कर्स, 60 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर (प्रिकॉशन)डोज लगाया जाना है, जो कि 10 जनवरी से शुरू होगा। इसकी तैयारियों की भी कलेक्टर ने समीक्षा करते हुए सुनिश्चित करने कहा कि तय मापदंड अनुरूप उक्त डोज लाभार्थियों को लगाया जाए। इसमें दूसरा डोज लगने के नौ माह अथवा 39 सप्ताह के बाद ही बूस्टर(प्रिकॉशन)डोज की पात्रता होगी। वहीं बताया कि पात्र हो गए 60 साल से अधिक आयु के हितग्राही चिकित्सक की सलाह लेकर ही बूस्टर डोज ले जिससे उन्हें कोई असुविधा ना हो।
कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका के मद्देनजर सभी ज़िलेवासियों को सार्वजनिक स्थानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क लगाने और समय-समय पर हाथों की नियमित सफाई करते रहने पर जोर दिया है। साथ ही बताया कि अब किसी भी प्रकार के धार्मिक, सामाजिक, खेलकूद और सभी प्रकार के कार्यक्रम/सभाओं के आयोजन स्थल में केवल एक तिहाई क्षमता तक ही व्यक्ति भाग ले सकेंगे। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा किसी कार्यक्रम में 200 से अधिक व्यक्तियों की उपस्थिति होने पर कार्यक्रम आयोजन के लिए अतिरिक्त ज़िला दण्डाधिकारी धमतरी से पूर्वानुमति लिया जाना जरूरी होगा।
कलेक्टर एल्मा ने ज़िले में कोविड 19 के टेस्ट बढ़ाने पर ज़ोर दिया है। उन्होंने स्वास्थ्य अमले को निर्देशित किया है कि इस तरह कार्ययोजना बनाई जाए, कि प्रतिदिन की टेस्टिंग के लक्ष्य के विरुद्ध शत-प्रतिशत टेस्टिंग ज़िले में की जाए, इससे कोविड 19 के प्रकरण का पता लगाने और बीमारी का इलाज करने, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में सुविधा होगी। उन्होंने ज़िला टीकाकरण अधिकारी को कहा है कि यदि लक्ष्य अनुरूप टेस्टिंग में कोई दिक्कत आ रही है, तो इसकी भी सतत मॉनिटरिंग की जाए। कलेक्टर ने जोर दिया है कि टेस्टिंग के लिए पर्याप्त किट और जांच के लिए मानव संसाधन की समय पर उपलब्धता रहे। उन्होंने सुनिश्चित करने कहा है कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों में इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस (ेंsari) के सभी प्रकरणों की एहतियातन कोविड 19 जांच अनिवार्य रूप से की जाए। इसके अलावा ज़िला स्तर पर बनाए गए नियंत्रण कक्ष को क्रियाशील रखने और उसमें टीम बैठे यह सुनिश्चित करने पर कलेक्टर ने बल दिया है।
उन्होंने कोविड जांच के साथ ही कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग भी सही तरीके से करने के निर्देश दिए। इसके अलावा धनात्मक मरीजों को 14 दिनों तक होम आइसोलेशन में रखने तथा उपचार के लिए पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार दवाइयां इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर देते हुए कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि उक्त लोगों की स्वास्थ्य मॉनिटरिंग के लिए चिकित्सा और स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए तथा जरूरी होने पर उपचारार्थ मरीजों को अस्पतालों में भर्ती करने परिवहन की व्यवस्था भी की जाए। कलेक्टर ने कोविड प्रबंधन के लिए सरकार से उपलब्ध पीपीई किट, दवाईयों की उपलब्धता, सभी उपकरण जैसे ऑक्सीजन सिलेण्डरी, कंसन्ट्रेटर, पीएसए प्लांट, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन पाइपलाईन आदि की जांच कर यह सुनिश्चित करने कहा है कि उक्त सभी उपकरण पूर्णतः क्रियाशील हैं।
कलेक्टर एल्मा ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कोविड 19 के प्रकरण बढ़ने की आशंकाओं के मद्देनजर एहतियाती तौर पर जरूरी तैयारी करने, जांच करने, इलाज की व्यवस्था, टीकाकरण की प्रगति और विशेष तौर पर 15 से 18 साल की आयु के बच्चों को लगाए जाने वाले कोविड 19 के टीका के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत प्रियंका महोबिया, एडीएम ऋषिकेश तिवारी, सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.डी.के.तुर्रे एवं स्वास्थ्य अमला, जिला शिक्षा अधिकारी एवं अन्य उपस्थित रहे।