खाकी का सरंक्षण पाकर चांदी काट रहे जुआरी
धमतरी। धमतरी शहर व ज़िला सट्टा और क्रिकेट मैच में पैसे लगाने के मामले में हमेशा से सुर्खियों में रहा है। शहर में युवाओं की बड़ी संख्या इसकी गिरफ्त में आ चुकी हैं, जिनकी आदत अब ऐसी हो चुकी है कि ये सट्टा और क्रिकेट मैच में पैसा लगाए बिना रह नहीं सकते है। सूत्रों की माने तो कई थानों, कोतवाली, अर्जुनी, साइबर सेल के आरक्षकों द्वारा जुआ सट्टा खिलाने वालों को संरक्षण भी दिया जाता है, जब भी ऐसी कार्रवाई का दबाव ऊपर से आता है तो पहले ही इनके द्वारा जुआरियों को सूचित कर दिया जाता है, जिससे वे अलर्ट हो जाते हैं। जिसके एवज में आरक्षकों को मोटी रकम भी दी जाती है। कोतवाली अर्जुनी और साइबर सेल के आरक्षको का ट्रांसफर भी अन्य जगह किया जाता है लेकिन जॉइनिंग से पहले ही वो लोग ट्रांसफर को रुकवा देते है या फिर ज्वाइन ही नहीं करते और शहर में रहकर सट्टा और आईपीएल मैच खिलाने वाले लोगों से बड़ी रकम वसूलते रहते हैं। आपको बता दें कि एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने जिले की कमान संभालते ही अपने अधिकारी और कर्मचारियों को सख्त लहजे में हिदायत दिए थे कि शहर में अवैध धंधे पूर्णतः बंद करवाये जाएं लेकिन इसका कोई असर पुलिस महकमे के रिश्वतखोरों पर नही पड़ा, जिसका नतीजा सामने है कि शहर समेत ज़िले में धड़ल्ले से जुआ सट्टा खिलवाया जा रहा है। अब देखना होगा कि इस पर कब और कैसे लगाम लगेगी?