कुपोषित बच्चों के उपचार हेतु लगाये जायेंगे स्वास्थ्य शिविर
“नरेश भीमगंज की रिपोर्ट”
कांकेर। कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए विशेष ध्यान देने के निर्देश महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी एवं सुपरवाईजरों को दिये हैं। उन्होंने आज जिले के सभी परियोजना अधिकारियों एवं सुपरवाईजरों की बैठक लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा की तथा सरपंचों की मदद से कुपोषण मुक्ति हेतु प्रयास करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक परियोजना अधिकारी अपने क्षेत्र के पांच-पांच ग्राम पंचायतों का चयन कर उन गांव में होने वाले सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों में सबसे पहले कुपोषित बच्चों को भोजन कराने की परंपरा विकसित करें, ताकि ऐसे बच्चों को कुपोषण से मुक्ति मिल सकें। स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर कुपोषित बच्चों के उपचार के लिए शिविर का आयोजन करने के निर्देश भी कलेक्टर द्वारा दिये गये। उन्होंने कहा कि शिविर में सभी कुपोषित बच्चों की जांच किया जाकर उनका उचित उपचार किया जावे। महिला बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि गांव के भी सुपोषित एवं कुपोषित बच्चों का सर्वे किया जाकर दोनों परिवारों के खानपान की जानकारी ली जाये और उसके आधार पर कुपोषण से मुक्ति के लिए भी कार्ययोजना तैयार किया जावे, ताकि कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने में मदद मिल सके। उन्होंने सभी आंगबाडी भवनों के निर्माण में गुणवत्ता सुनिश्चित करने तथा आंगनबाड़ियों में कार्यकर्ता एवं सहायिका के रिक्त पदों को भरने के लिए निर्देषित किया। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमीत अग्रवाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी हरिकीर्तन राठौर सहित सभी परियोजना अधिकारी एवं सुपरवाईजर उपस्थित थे।